मध्य प्रदेश के 12 जिलों में आज भारी बारिश का अनुमान, 4 इंच तक गिर सकता है पानी
भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में लगातार तेज बारिश (Heavy Rain) का दौर चल रहा है। बुधवार को प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हुई जबकि गुरुवार को ग्वालियर समेत उत्तरी हिस्से के 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग (Meteorological Department) के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान जिन जिलों में भारी बारिश का अनुमान है, उनमें ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना और सतना शामिल हैं। यहां 4 इंच तक बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर में हल्की बारिश होने की संभावना है।
मध्यप्रदेश में पिछले एक महीने से जारी तेज बारिश की वजह से बांधों में पानी बढ़ गया है। जोहिला, बरगी, बाणसागर, सतपुड़ा समेत कई डैम तो ओवरफ्लो भी हो रहे हैं। इनमें जुलाई में जितना पानी आना चाहिए, उससे कई गुना ज्यादा आ गया। इस वजह से गेट खोलने पड़े हैं। बरना, गांधीसागर, गोपीकृष्ण, इंद्रा सागर, केरवा, कलियासोत, कोलार, कुंडालिया, कुशलपुरा, मोहनपुरा, ओंकारेश्वर, राजघाट, बरगी, संजय सागर, तवा, टिल्लर, तिघरा, पेंच, सतपुड़ा समेत कुल 54 डैमों में पानी बढ़ा है। भोपाल के बड़ा तालाब में भी अच्छे-खासी पानी की आमद हो गई है। साढ़े 6 फीट पानी आते ही तालाब ओवरफ्लो हो जाएगा और फिर भदभदा डैम के गेट खोलने पड़ेंगे।

बुधवार को जबलपुर-ग्वालियर में 9 घंटे के अंदर 1.1 इंच पानी गिर गया। प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में 1 इंच, मंडला में पौन इंच और दतिया में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। इसी तरह रतलाम, उज्जैन, दमोह, छतरपुर के खजुराहो, रीवा, सीधी, बालाघाट, शहडोल, शिवपुरी, डिंडौरी, मऊगंज, बैतूल, आलीराजपुर समेत कई जिलों में भी बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल में शाम को मौसम बदला। रात में हल्की बारिश भी हुई। आलीराजपुर में लगातार बारिश से उर नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ गया। शहडोल के बाणसागर डैम के 8 गेट खोल दिए गए। वहीं, बैतूल जिले के सारणी में सतपुड़ा बांध के 5 गेट 2 फीट तक खोले गए।
मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि प्रदेश से एक मानसून ट्रफ गुजर रही है। इस वजह से उत्तरी हिस्से में अगले 2 दिन तक भारी बारिश का अलर्ट है। बता दें कि इस मानसूनी सीजन में प्रदेश में औसत 18.5 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 11 इंच पानी गिरना था। इस हिसाब से साढ़े 7 इंच बारिश ज्यादा हो चुकी है। इस बार पूर्वी हिस्से में मानसून मेहरबान रहा है।