यूपी के हमीरपुर में यमुना खतरे के पार, गांवों में बाढ़ का अलर्ट, पिटने लगी डुग्गी
लखनऊ: यमुना-बेतवा नदियां विनाशकारी बाढ़ की ओर बढ़ने लगी है। हमीरपुर में यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। इसके साथ ही प्रशासन ने यमुना नदी के तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों को सुरक्षित ठिकाने पर जाने को लेकर डुग्गी पिटवाना शुरू कर दी है। बेतवा नदी भी तेजी से खतरे के निशान के पार जा रही है। जनपद मुख्यालय से होकर बहने वाली यमुना-बेतवा नदियों में हर साल बारिश के दिनों में बाढ़ का खतरा बना रहता है। इस साल भी दोनों नदियां उफान पर हैं।
गुरुवार की सुबह आठ बजे यमुना नदी खतरे के निशान 103.63 मीटर से 103.710 मीटर पर बह रही है। पानी लगातार बढ़ रहा है। बेतवा नदी अभी खतरे के निशान 104.54 मीटर से एक मीटर नीचे 103.200 मीटर पर बह रही है। यमुना नदी के खतरे के निशान के पार जाते ही प्रशासन अलर्ट हो गया है। यमुना पट्टी के गांवों में गुरुवार की सुबह से ही प्रशासन ने डुग्गी पिटवाकर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश देने शुरू कर दिए हैं। बाढ़ को देखते हुए ग्रामीण भी सुरक्षित ठिकानों में जाने लगे हैं।


शहर के घनी आबादी में घुसने लगा पानी
बेतवा नदी के बढ़ते जल स्तर से पुराना बेतवा घाट, खालेपुरा जैसे घनी आबादी प्रभावित होनी शुरू हो गई है। यमुना नदी का पानी गड़इया इलाके की तरफ बढ़ने लगा है। इससे काफी आबादी प्रभावित होती है। बेतवा घाट से खालेपुरा जाने वाले रास्ते की पुलिया के ऊपर से पानी बहने लगा है, जिससे आवागमन ठप हो गया है। लोगों ने गृहस्थी का सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। यमुना नदी किनारे के मेरापुर, भिलावां वार्डों में भी लोग बाढ़ के चलते अलर्ट हो गए हैं।
कुरारा व सरीला के गांवों में भी बने बाढ़ के हालात
बेतवा नदी के किनारे बसे गांव पारा, कंडौर तथा पतारा ग्राम पंचायत के मजरा क्योटरा आदि बाढ़ से प्रभावित होते है। पारा से कंडौर जाने वाले रास्ते में बने रपटा पुल में पानी भर जाने से दोनों गांव का आवागमन ठप हो जाता है। वही यमुना नदी में बाढ़ आने से मनकी खुर्द, मनकी कला, उमराहट, सिकरोढ़ी आदि गांव प्रभावित होते है। दोनो नदियों में पानी बढ़ रहा है। लोगों को नदियों के आसपास जाने के लिए सतर्क किया गया है। उधर, सरीला तहसील के बिलगांव, कुपरा व मंगरौल, गुरौली में बेतवा नदी से बाढ़ का संकट उत्पन्न हो गया है। इन गांवों को जाने वाले रपटों के पास पानी पहुंचने लगा है।
