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भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव: आठ जिलों में सांस्कृतिक यात्रा, 5 से 23 फरवरी तक आयोजित

भारत-नेपाल के सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूती देने के लिए संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव का आयोजन 5 फरवरी से शुरू होकर 23 फरवरी तक चलेगा। इस सांस्कृतिक यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों की साझा सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना है। यात्रा के दौरान नेपाल और उत्तर प्रदेश के कलाकार संगीत, लोक गीत, नृत्य और अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे।

भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव: आयोजन की प्रमुख तिथियां और स्थान

यह सांस्कृतिक यात्रा सिद्धार्थनगर से शुरू होकर पीलीभीत में समाप्त होगी। यात्रा के दौरान, विभिन्न जिलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। यात्रा के प्रमुख स्थल हैं:

5-7 फरवरी: सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, सिद्धार्थनगर
11 फरवरी: जवाहरलाल नेहरू पीजी कॉलेज, महाराजगंज
13 फरवरी: बुद्ध पीजी महाविद्यालय, कुशीनगर
15 फरवरी: एसएसबी ग्राउंड, बलरामपुर
17 फरवरी: जगजीत इंटर कॉलेज, श्रावस्ती
19 फरवरी: लार्ड बुद्धा इंटर कॉलेज, बहराइच
21 फरवरी: राजकीय एकलव्य आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज-एकीकृत जनजातीय विकास परियोजना परिसर, लखीमपुर खीरी
22-23 फरवरी: गांधी स्टेडियम प्रेक्षागृह ड्रमंड इंटर कॉलेज, पीलीभीत
इस महोत्सव में नेपाल और उत्तर प्रदेश के कलाकार लोक संगीत, नृत्य, कला प्रदर्शन और पारंपरिक भोजन की विशेषताएं प्रस्तुत करेंगे। यह आयोजन दोनों देशों के नागरिकों को एक मंच पर लाकर उनके बीच सांस्कृतिक और पारंपरिक संबंधों को बढ़ावा देता है।

भारत-नेपाल के बीच सीमा विवाद

हालांकि, हाल ही में भारत और नेपाल के बीच सीमा विवाद सामने आया था, जब शारदा नदी के पार एक विवादित भूमि पर नेपाल ने दावा किया था। 5 दिसंबर को नेपाली पुलिस ने भारतीय ग्रामीणों को इस क्षेत्र से रोका, जिसे उन्होंने नेपाल का हिस्सा बताया, जबकि भारतीय ग्रामीणों ने इसे झूठा दावा बताया। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा था, लेकिन सुरक्षा बलों के हस्तक्षेप के बाद स्थिति सामान्य हो गई।

इस सब के बावजूद, भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव ऐसे समय में आयोजित हो रहा है जब दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के बाद सांस्कृतिक संबंधों को मजबूती देने की आवश्यकता और भी बढ़ गई है।