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शिक्षा विभाग के दीक्षारंभ कार्यक्रम में तृतीय दिवस में सामाजिक कौशल और मूल्यों की दी गई जानकारी

बरेली, 03 सितम्बर। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली के शिक्षा एवं सहबद्ध विज्ञान संकाय में दीक्षारंभ कार्यक्रम के तृतीय दिवस का शुभारम्भ संकायाध्यक्ष प्रो संतोष अरोरा की अध्यक्षता में हुआ। उन्होंने नवागंतुक विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए उच्च शिक्षा में अनुशासन, समर्पण तथा नवाचार के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।

कार्यक्रम की पहली वक्ता डॉ. क्षमा पांडेय रहीं। उन्होंने विद्यार्थियों को सामाजिक जागरूकता एवं सामाजिक कौशल के महत्व से अवगत कराया। सामाजिक कौशल जीवन में सहयोग, समझ और सम्मान बढ़ाते हैं। ये अच्छे संबंध बनाने, टीम में काम करने और संवाद को प्रभावी बनाने में मदद करते हैं। सामाजिक कौशल आत्मविश्वास, सहानुभूति और समस्या-समाधान को प्रोत्साहित करते हैं, जिससे व्यक्ति व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करता है।

दूसरे वक्ता डॉ. तरुण राष्ट्रीय रहे। उन्होंने विद्यार्थी जीवन में मूल्यों और नैतिकता विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों को नैतिकता एवं मूल्यों के जीवन में महत्व से अवगत कराया। नैतिक मूल्य विद्यार्थी जीवन में चरित्र निर्माण, अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना विकसित करते हैं। ये ईमानदारी, सहानुभूति और परिश्रम की आदत डालते हैं। नैतिक मूल्यों से विद्यार्थी सही-गलत में भेद कर पाते हैं और सकारात्मक व्यक्तित्व बनाकर समाज तथा राष्ट्र के प्रति कर्तव्यनिष्ठ नागरिक बनते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी सीमाएं तय करने पर और अनुशासन में रहने पर जोर दिया।

इस अवसर पर मानविकी विभाग में संचालित विभिन्न विदेशी भाषा पाठ्यक्रमों के अध्यापकों ने भी आवश्यक जानकारी दी। इसमें *जेइले चेन ने मैंडरिन भाषा एवं संस्कृति के महत्व पर जानकारी साझा की, वहीं डॉ. रजनीश गुप्ता ने स्पेनिश, जर्मन और फ्रेंच भाषा पाठ्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया।

कार्यक्रम के अंत में विभाग के पुरा छात्रों प्रोo मनोज सक्सेना, प्रोo कौशल किशोर, प्रोo सुनील जोशी, प्रोo कौशल शर्मा, डॉo कुंदन सिंह, डॉo लक्ष्मी शुक्ला, डॉo ममता शुक्ला, सौरभ शुक्ला, अशद खान, अंशुमान मिश्रा, डॉo फरहान आदि ने अपने अनुभव वीडियो संदेशों के माध्यम से साझा किए, जिससे विद्यार्थियों को प्रेरणा एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।

इस अवसर पर प्रोo सुधीर वर्मा, डॉo प्रतिभा सागर, डॉo प्रेमपाल सिंह, डॉo विमल, डॉo अनीता त्यागी आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के शैक्षणिक एवं व्यक्तिगत विकास की दिशा में अत्यंत प्रेरणादायी एवं मार्गदर्शक सिद्ध हुआ।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट