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विधि विभाग एम.जे.पी .रुहेलखंड विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह का आयोजन


बरेली,09 मार्च। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विधि विभाग एमजेपी रूहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली में संगोष्ठी का आयोजन माननीय कुलपति प्रो के पी सिंह के संरक्षण में विभागाध्यक्ष डॉ अमित सिंह के दिशा निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम का आरंभ कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि डॉ शशि देवी पूर्व डी. डी. आर. सेकेंडरी एजुकेशन बरेली द्वारा सरस्वती मां के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण से किया गया। एल .एल .एम. की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई।इस पर प्रतिष्ठित अतिथिगण डॉ शशि देवी शर्मा, सुश्री विपर्णा गौर आयोजन अधिकारी बरेली ,एडवोकेट सोनी बी मलिक पूर्व शासकीय अधिवक्ता , डॉ ज्योति पांडे कल्चर कोऑर्डिनेटर सांस्कृतिक केंद्र एम.जे.पी.आर.यू, श्री बी. के. राय उपस्थित रहे।

विभागाध्यक्ष डॉ अमित सिंह द्वारा पुष्प गुच्छ एवं शॉल भेंट कर डॉ शशि देवी शर्मा का स्वागत किया। सहायक प्रवक्ता डॉ शहनाज अख्तर द्वारा सुश्री विपर्णा को पुष्प गुच्छ एवं शाल भेंट कर उनका स्वागत किया गया डॉ अनुराधा यादव द्वारा एडवोकेट सोनी मलिक का स्वागत पुष्प गुच्छ एवं शॉल प्रस्तुत कर किया गया। डॉ शशि देवी शर्मा ने अपने संबोधन का प्रारंभ “नारी तू कोमल है कमजोर नहीं” से किया उन्होंने कहा महिलाओं को सशक्त करने और आगे बढ़ाने के लिए मानवीय मूल्य को विशेष ध्यान में रखा जाना चाहिए मानवता के आधार पर ही हम महिलाओं की स्थिति में सुधार कर सकते हैं भगवान शंकर को भी अर्धनारीश्वर कहा जाता है इसलिए नारी और पुरुष के समान अधिकार हैं नैतिक मूल और शलीन व्यवहार से ही नारियों के अधिकारों को उजागर किया जा सकता है ।

अभियोजन अधिकारी सुश्री विपर्णा गौर ने अपने संबोधन का प्रारंभ रामचरितमानस के गुरु वंदना श्लोक से किया। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प बहुत जरूरी है अच्छी शिक्षा और महिलाओं की कठिन परवरिश अति आवश्यक है ताकि वह अपने अधिकारों के लिए लड़ सके और उत्पीड़न और शोषण से अपने बचाव के लिए आवाज उठा सकें।

एडवोकेट सोनी मालिक द्वारा अपने संबोधन में महिला सशक्तिकरण करने पर बल देने की बात कही महिलाओं के सशक्तिकरण से ही देश सशक्त हो सकता है उन्होंने अपने संबोधन में समाज के रूढ़िवादी विचार और पुरानी सोच को दूर करना को अहम बताया महिलाओं का कार्य स्थल पर होने वाला उत्पीड़न आज असमानता और रूढ़िवादी सोच का ही एक उदाहरण हैं ।

डॉ ज्योति पांडे द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी गई उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि नारी शक्ति सदैव ही वंदनीय है और नारी को अपनी क्षमता और योग्यताओं को पहचानने की जरूरत है ताकि वह उसे पहचान कर आगे बढ़े।

विभागाध्यक्ष डॉ अमित सिंह द्वारा महिला दिवस शुभकामनाएं दी गई उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर मामले में आगे हैं उनके सशक्तीकरण की और उनके संघर्ष की एक लंबी कहानी है परंतु राजनीतिक रूप से निर्णय निर्माण अथॉरिटी में एक पुरुष और महिलाओं के बीच एक लंबा गैप देखने को मिलता है साथ ही साथ वित्तीय संस्थानों में उनकी भागीदारी कम है।उन्होंने कहा कि महिलाओं को रिजर्वेशन की जरूरत है ताकि उनकी भागीदारी राजनीतिक क्षेत्र एवं वित्तीय संस्थानों में भी सुनिश्चित की जा सके। साथ ही साथ एग्रीकल्चर सेक्टर में महिलाओं के श्रम लिए उन्हें किसी प्रकार का पारिश्रमिक न मिलाना काफी सोचने पर मजबूर कर देता है। कृषि सेक्टर में महिलाओं के श्रम की चोरी समाज में असमानता को दर्शाती है आज न सिर्फ़ पारिवारिक मामलों के निर्णय में महिलाओं की भागीदारी बल्कि राजनीतिक एवं वित्तीय संस्थानों में भी निर्णय निर्माण अथॉरिटी के रूप में आगे आने की आवश्यकता है।

धन्यवाद ज्ञापन डॉ शहनाज अख्तर द्वारा प्रस्तुत किया गया एवं कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया गया
कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर सुश्री जूही नसीम द्वारा किया गया इस अवसर पर कार्यक्रम में एल एलएम के छात्र-छात्राएं , रिसर्च स्कॉलर शैलेंद्र सिंह, श्रद्धा स्वरूप, राष्ट्र वर्धन ,शिक्षक डॉ लक्ष्मी देवी, अमित कुमार सिंह,डॉ लक्ष्यलता, प्रजापति, डा अनुराधा यादव,नईमुद्दीन, प्रेक्षा सिंह, , प्रियदर्शिनी रावत एवं अन्य कर्मचारी गुलाब सिंह ,राम वचन मोहित आदि उपस्थित रहे।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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