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साथ जिए, साथ मर गए… पति ने लिखा भावुक सुसाइड नोट, पत्नी की हत्या कर खुद की भी ली जान

गाजियाबाद में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक प्रॉपर्टी डीलर ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से पत्नी की हत्या कर खुद को भी गोली मार ली। सुसाइड नोट में लिखा गया एक वाक्य—”हमने साथ जीने और मरने की कसम खाई थी”—पूरे हादसे का दर्द बयां करता है
‘यह मेरा फैसला है… पत्नी को साथ ले जा रहा हूं’
राजनगर एक्सटेंशन की राधा कुंज सोसायटी में रहने वाले कुलदीप त्यागी (46) ने अपने सुसाइड नोट में लिखा:
“मैं कैंसर से पीड़ित हूं और मेरे परिवार को इसकी जानकारी नहीं है। मैं नहीं चाहता कि मेरे इलाज पर पैसा बर्बाद हो। मैं अपनी पत्नी को साथ ले जा रहा हूं क्योंकि हमने हमेशा साथ रहने की कसम खाई है। यह मेरा फैसला है। मेरे बच्चों को इसके लिए जिम्मेदार न ठहराया जाए।”
गोलियों की आवाज से दहशत, कमरे में मिला खौफनाक मंजर
घटना के समय कुलदीप के दोनों बेटे घर पर ही मौजूद थे। पुलिस के अनुसार, जब कमरे से गोलियों की आवाज आई, तो बेटे भागते हुए कमरे में पहुंचे। अंदर का नजारा दिल दहला देने वाला था—कुलदीप का शव फर्श पर पड़ा था और पत्नी अंशु त्यागी का शव बिस्तर पर था।
दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मौके से पिस्टल जब्त कर ली है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।
‘इलाज पर पैसा बर्बाद न हो’—मौत से पहले लिखे गए शब्दों में छिपा दर्द
कुलदीप ने सुसाइड नोट में यह भी लिखा कि वह नहीं चाहता कि उसका परिवार उसकी बीमारी से मानसिक और आर्थिक रूप से टूटे।
“मेरा बचना संभव नहीं है। इसलिए इलाज पर पैसा बर्बाद करना सही नहीं। मेरे दोनों बेटे बहुत अच्छे हैं, और मैं नहीं चाहता कि उन्हें किसी तरह का बोझ महसूस हो।”
गांव में पसरा मातम, परिवार सदमे में
कुलदीप त्यागी और अंशु त्यागी की असामयिक मौत से उनके पैतृक गांव बिजौली में शोक की लहर दौड़ गई है। परिजन गाजियाबाद पहुंच चुके हैं। ग्रामीणों के अनुसार, कुलदीप के पिता चंद स्वरूप एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी हैं और उनके दो भाइयों का परिवार अब भी गांव में रहता है।
गांव के लोगों ने दंपती को मिलनसार और खुशहाल बताया, जिससे यह त्रासदी और भी चौंकाने वाली बन गई है।