लखनऊ मेट्रो ने मनाया अंतराष्ट्रीय महिला दिवस; अल्प सुविधा प्राप्त महिलाओं ने की मेट्रो से सैर
Lucknow: हर साल 8 मार्च को दुनियाभर में ‘अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस’ मनाया जाता है। यह दिन दुनियाभर में महिलाओं का सम्मान का आह्वान करता है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) भी हर साल इस दिन को बड़े धूम-धाम से मनाता है।
इस वर्ष भी महिला दिवस पर ख़ास आयोजन किया गया। गैर सरकारी संस्थान (विज्ञान फाउंडेशन) के अल्प सुविधा प्राप्त 25 महिलाओं और 5 किशोरियों को पूरे मेट्रो कॉरिडोर -मुंशीपुलिया से सीसीएस एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन- तक राइड कराई गई। इन महिलाओं में से कुछ ने मेट्रो में पहली बार सफ़र किया जो उनके लिए एक यादगार पल जैसा रहा। यात्रा से पहले इन महिलाओं को लखनऊ मेट्रो में महिला सुरक्षा के लिए निम्नलिखित ख़ास प्रबंध के बारे में भी बताया गया।
· हर कोच में आपातकालीन इंटरकॉम (पीईआई) सिस्टम, जिससे किसी भी आपात स्थिति में ट्रेन ऑपरेटर से तुरंत बातचीत की जा सकती है। इसका सीसीटीवी फुटेज कैब, ओसीसी, डीसीसी और सुरक्षा नियंत्रण कक्ष में स्वचालित रूप से प्रसारित हो जाता है।
· प्रति ट्रेन 16 सीसीटीवी एवं प्रत्येक स्टेशन पर 50 से 60 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिससे निरंतर निगरानी रखी जाती है।
· सभी स्टेशनों पर लगे पारदर्शी कांच के पैनल के अधिकतम उपयोग से महिला यात्रियों में सुरक्षा की भावना रहती है।
· महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी स्टेशनों पर एलईडी लाइटों का भरपूर उपयोग
· सभी स्टेशनों पर महिला सुरक्षा कर्मियों के साथ महिला हाउसकीपिंग स्टाफ की उपस्थिति
श्री सुशील कुमार, एमडी, यूपीएमआरसी ने अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि कोई भी विकासशील देश विकसित तब होता है जब देश की अर्थव्यवस्था में महिलाओं और पुरुषों की भागीदारी एक समान हो। यूपीएमआरसी के सबसे ज़िम्मेदार पद जैसे स्टेशन कंट्रोलर/ट्रेन ऑपरेटर में महिलाओं की भागीदारी 25 फीसदी है और ये आंकड़ा हर साल बढ़ रहा है। इस साल नई भर्तीयों में ये आंकड़ा बढ़ कर 30 फीसदी तक पहुंच गया है। महिलाओं की भागीदारी तब और बढ़ती है जब बाहर निकलते वक़्त उन्हें सुरक्षा का एहसास हो। लखनऊ मेट्रो में हमने सुरक्षा के सारे प्रबंध किए हैं यहां आप और आपका सामान पूरी तरह से सुरक्षित है।