महाकुंभ 2025: श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के कारण ट्रैफिक योजना में बदलाव, गणतंत्र दिवस पर 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद
महाकुंभ नगर: जैसे-जैसे श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों और पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, पुलिस ट्रैफिक योजना में समायोजन करेगी। मेला क्षेत्र में सुगम और सुरक्षित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कई रणनीतियाँ तैयार की गई हैं, जिनमें भीड़ का डायवर्जन और प्रबंधन शामिल है। मेला प्रशासन और पुलिस मिलकर ट्रैफिक प्रबंधन को अधिक प्रभावी बनाने पर काम कर रहे हैं। विशेष ध्यान पार्किंग और होल्डिंग क्षेत्रों पर दिया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं की आवाजाही सुगम हो सके। सामान्य दिनों में महाकुंभ मेला में 20 से 40 लाख लोग स्नान के लिए आते हैं।
गणतंत्र दिवस पर 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की राष्ट्रीय छुट्टी और रविवार होने के कारण स्थानीय लोग भी संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंचेंगे। अनुमान है कि इस दिन मेला क्षेत्र में 50 लाख से अधिक श्रद्धालु स्नान के लिए आएंगे।
ट्रैफिक पुलिस की मजबूत योजना
इस स्थिति को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस और सिविल पुलिस ने एक मजबूत ट्रैफिक योजना तैयार की है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शहरवासियों के लिए कुछ मार्गों पर डायवर्जन किया जाएगा और पार्किंग की पूर्व व्यवस्था की जाएगी ताकि वे अपने वाहन पार्क कर मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकें। संगम तक पहुंचने के लिए जीटी जवाहर, अलोपीबाग और दारागंज के रास्ते खोले जाएंगे। काली सड़क और त्रिवेणी मार्ग को मुख्य मार्ग के रूप में निर्धारित किया गया है, जिन पर श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है।
श्रद्धालुओं की असुविधा का ध्यान रखते हुए
इसके अतिरिक्त, मेला क्षेत्र के बाहर अन्य पार्किंग स्थलों पर चार पहिया और दो पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी, ताकि पैदल चलने वाले स्नानार्थियों को कोई परेशानी न हो। महाकुंभ के एसएसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि श्रद्धालुओं की संख्या के अनुसार ट्रैफिक योजना को लागू किया जाएगा और सुरक्षित यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।