महाकुंभ 2025: यूनेस्को निदेशक टिम कर्टिस ने संगम में किया स्नान, विश्व शांति की प्रार्थना
प्रयागराज। यूनेस्को के निदेशक (भूटान, भारत, मालदीव एवं श्रीलंका) टिम कर्टिस ने बुधवार को प्रयागराज में संगम में आस्था की डुबकी लगाई और विश्व शांति की कामना की। वे अरैल स्थित परमार्थ निकेतन के शिविर पहुंचे, जहां स्वामी चिदानंद सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती के सान्निध्य में स्नान किया।
यूनेस्को द्वारा कुंभ को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत में शामिल करने पर आभार
परमार्थ निकेतन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, 2017 में यूनेस्को द्वारा कुंभ मेले को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किए जाने को लेकर स्वामी चिदानंद और साध्वी भगवती ने यूनेस्को का आभार व्यक्त किया।
इस दौरान उन्होंने टिम कर्टिस को भगवान शिव की प्रतिमा और रुद्राक्ष का पौधा भेंट कर सम्मानित किया।
वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी
इस विशेष अवसर पर प्रयागराज के पुलिस आयुक्त तरुण गाबा, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
पर्यावरण संरक्षण और वैश्विक शांति पर चर्चा
टिम कर्टिस ने स्वामी चिदानंद और साध्वी भगवती के साथ पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, वैश्विक शांति और सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने यूनेस्को के प्रयासों और वैश्विक सुरक्षा के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी भी साझा की।
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) शिक्षा, संस्कृति, विज्ञान और संचार के माध्यम से विश्व शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने वाला एक प्रमुख वैश्विक संगठन है।