किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड सेमीखेड़ा की प्रबंध कमेटी की बैठक हुई सम्पन्न
बरेली ,18 मार्च। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में कल कलेेक्टेट सभागार में किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड सेमीखेड़ा की प्रबंध कमेटी की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में मिल को घाटे से उबारने की दृष्टि से विचार-विमर्श किया गया, साथ ही चीनी परता बढ़ाए जाने तथा चीनी मिल में मरम्मत आदि का कार्य कराए जाने आदि पर चर्चा कर मिल के सफल संचालन के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गये।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि बैठक के अभिलेखों में वास्तविक आंकड़े दिये जायें। अभिलेखों में दिया गया था कि 2750 क्रसिंग प्रतिदिन होता है जब कि वास्तव में वह 2300 प्रतिदिन बतायी गयी।
बैठक में निर्देश दिये गये कि प्राइवेट चीनी मिलों से पहले मिल में पेराई का आरम्भ हो प्राइवेट चीनी मिलों में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में पेराई शुरु होती है जबकि सरकारी चीनी मिल नवम्बर के अंतिम सप्ताह में प्रारम्भ होती है ऐसा नही होना चाहिये।जिस पर चीनी मिल प्रबन्धक ने बताया कि गन्नों के सैंपल मंगवाकर लैब में जांच करायी जाती है कि गन्नों से कितनी मात्रा में चीनी के लिये राॅ मैटेरियल निकल रहा है तभी मिल आरम्भ की जाती है जिससे भुगतान करने में भी अधिक समस्या न आये।
बैठक में समीक्षा के दौरान पाया गया कि चीनी मिल लगातार घाटे में दिखायी जा रही है, इस स्थिति का वास्तविक मूल्यांकन करने के उददेश्य से निर्देश दिये गये कि वर्ष 2023-24 का वास्तविक आय व्यय का ब्यौरा तथा कम्युलेटिव ब्यौरा कल शाम तक उपलब्ध कराया जाये साथ ही आज की तिथि तक बैंक का लोन मय ब्याज के कितना है इसकी भी रिपोर्ट देने व तथा 23-24 में कितनी चीनी बेची गयी है उसका भी रिकार्ड देने के निर्देश दिये गये।
बैठक में प्रबंध समिति के सदस्यांे द्वारा बताया गया कि पुराना लोहा भी गल रहा है उसे बिक्री कर मिल का लाभ हो सकता हैै।
बैठक में चीनी मिल के रिपेयर के लिये जो धनराशि मांगी गई है वह धनराशि जारी करने हेतु पत्र लिखा जाये क्यों कि नई चीनी मिल लगने तक पुरानी मिल खराब हो जायेगी और स्थिति जस की तस रह जायेगी।
बैठक में नगर मजिस्टेट राजीव कुमार शुक्ल, जिला गन्ना अधिकारी सहित प्रबंध समिति के सदस्यगण उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट