एम.जे.पी. रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय खेल दिवस उत्साह और फिटनेस संकल्प के साथ मनाया गया
बरेली,30 अगस्त।एम.जे.पी. रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस (29-30 अगस्त) का शुभारम्भ खेल परिषद के तत्वावधान में बड़े हर्ष और उत्साह के साथ हुआ। इस दो दिवसीय आयोजन में विश्वविद्यालय के सैकड़ों विद्यार्थियों ने पंजीकरण कर भागीदारी सुनिश्चित की।
कार्यक्रम का शुभारम्भ क्रीड़ा सचिव प्रो. एस. एस. बेदी के स्वागत भाषण से हुआ। उन्होंने कहा कि “खेल जीवन में अनुशासन, नेतृत्व और संघर्षशीलता का भाव जगाते हैं। यह केवल शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक विकास का भी माध्यम हैं।”

इसके पश्चात् फिटनेस पर एक प्रेरक विशेषज्ञ व्याख्यान डॉ. अजीत सिंह द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने स्वस्थ जीवनशैली, दैनिक व्यायाम और खेलों की महत्ता पर विस्तृत विचार रखे। व्याख्यान के उपरान्त डॉ. सेतवान द्वारा कॉरपोरेट योगा सेशन आयोजित किया गया, जिसमें उपस्थित प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और स्वास्थ्य लाभ का अनुभव किया। इसके बाद फिटनेस प्रतिज्ञा दिलाई गई, जिसमें सभी ने फिट रहने और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर कुलसचिव श्री संजीव कुमार सिंह ने कहा –
“खेल आत्मविश्वास और अनुशासन की नींव रखते हैं। खेल के मैदान की सीख जीवन की हर चुनौती में सहारा बनती है।”
माननीय कुलपति प्रो. के. पी. सिंह ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा –
“खेल केवल पदक जीतने का माध्यम नहीं, बल्कि जीवन जीतने की कला है। स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन बसता है, यही खेलों की असली भावना है।”

कार्यक्रम में पहले दिन खो-खो और रस्साकशी जैसे पारंपरिक खेलों का आयोजन किया गया। छात्र-छात्राओं ने इन खेलों में पूरे जोश और खेल भावना के साथ भाग लिया। वहीं 30 अगस्त को कंचा, गिल्ली-डंडा, सतोलिया, गोट्टा और टैग ऑफ वार जैसे अन्य स्वदेशी खेलों का आयोजन किया जाएगा।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ. इरम, डॉ. नीरज, डॉ. इंदरप्रीत कौर, श्री रामप्रीत एवं खेल परिषद के सभी स्टाफ सदस्यों का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में प्रो. पी. पी. सिंह और प्रो. ए. के. सिंह भी उपस्थित रहे।
अंत में डॉ. वी. के. सिन्हल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और सभी को इस सफल आयोजन में सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया।
मेजर ध्यानचंद की जयंती पर खेल भावना, सादगी और समर्पण को नमन करते हुए विश्वविद्यालय ने यह संकल्प लिया कि फिटनेस और खेल संस्कृति को और मजबूत बनाया जाएगा।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट
