मिशन शक्ति फेज – 5 के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण पर रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय में आयोजित हुई चित्रकला प्रतियोगिता

बरेली ,18 नवम्बर। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली के विश्वविद्यालय सांस्कृतिक केंद्र द्वारा आज कुलपति प्रो. के. पी.सिंह जी के संरक्षण में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्देशित मिशन शक्ति फेज 5 अभियान के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण की थीम पर चार दिवसीय प्रतियोगिताओं की श्रृंखला (18–21 नवम्बर 2025) का शुभारम्भ चित्रकला प्रतियोगिता के साथ हुआ। प्रतियोगिता का विषय नारी शक्ति के विभिन्न स्वरूप रखा गया, जिसमें छात्र-छात्राओं ने अपनी रचनात्मकता और संवेदनशीलता को रंगों के माध्यम से अभिव्यक्त किया।
सांस्कृतिक गतिविधि समन्वयक डॉ. ज्योति पांडेय ने बताया कि मिशन शक्ति फेज 5 के तहत सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा कविता, भाषण तथा स्लोगन लेखन की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएँगी, जिनका उद्देश्य छात्र-छात्राओं में महिला सशक्तिकरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और नारी के विविध आयामों को समाज के समक्ष सशक्त रूप में प्रस्तुत करना है। उन्होंने कहा कि यह श्रृंखला विद्यार्थियों को अपनी अभिव्यक्ति, सोच और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करती है।चित्रकला प्रतियोगिता प्रभारी डॉ. इंदरप्रीत कौर ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर से 50 से अधिक प्रतिभागियों ने चित्रकला प्रतियोगिता में पंजीकरण कराया। प्रत्येक छात्र ने नारी के विभिन्न रूपों—ममता, शक्ति, करुणा, नेतृत्व, साहस और समर्पण—को अपने अनोखे कलात्मक अंदाज़ में उकेरा। कई प्रतिभागियों ने कालचक्र के माध्यम से नारी की यात्रा, संघर्ष और उपलब्धियों को बेहद सुंदर तरीके से रंगों में व्यक्त किया।
सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन में कुलसचिव श्री हरीश चंद, सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. ज्योति पाण्डेय,डॉ. रीना पंत, डॉ. सौरभ वर्मा और डॉ. अतुल कटियार का विशेष सहयोग रहा। कल्चरल क्लब के सभी प्रतिभागियों की रचनात्मकता की सराहना भी की गई कि छात्रों की प्रगतिशील सोच में नारी शक्ति के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता स्पष्ट उनके द्वारा बनाए गए चित्रों में दिखाई दी जो इस आयोजन के उद्देश्य पूर्ति की सार्थकता को दर्शाता है । इस श्रृंखला के आगामी कार्यक्रमों के लिए छात्रों में उत्साह बना हुआ है, और विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस पहल को नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक कदम बताया।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

