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हरियाणा पुलिस में तोंद वाले पुलिसकर्मियों को मिला नया फिटनेस चैलेंज, DGP के दिशा निर्देश

चंडीगढ़ : हरियाणा पुलिस ने अपने कर्मचारियों की फिटनेस को लेकर एक अनूठा कदम उठाया है, जो न सिर्फ उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में है बल्कि उनकी कार्यक्षमता को भी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। डीजीपी शत्रुजीत कपूर की ओर से जारी नए दिशा-निर्देशों के तहत अब मोटी तोंद वाले और अधिक वजन वाले पुलिसकर्मियों की पहचान कर उन्हें विशेष फिटनेस कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। इस कदम का मकसद पुलिस बल के हर सदस्य को बेहतर स्वास्थ्य और शारीरिक फिटनेस के प्रति प्रेरित करना है, ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभा सकें।

इस फिटनेस अभियान को कारगर बनाने के लिए पुलिस विभाग ने खास योजना बनाई है। सबसे पहले 10 दिन का समय दिया जाएगा, ताकि मोटी तोंद वाले और अधिक वजन वाले पुलिसकर्मियों की पहचान की जा सके। इसके बाद उन्हें 40 दिनों के अनिवार्य फिटनेस कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत पुलिसकर्मियों को सुबह की दिनचर्या में योग, दौड़ और जिम जैसी शारीरिक गतिविधियां करने के लिए प्रेरित किया जाएगा इनमें योग, दौड़ और जिम जैसी गतिविधियां शामिल होंगी, जो उनके शरीर को बेहतर स्थिति में लाने में मदद करेंगी। खासकर, योग और दौड़ से उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों बेहतर होगा, जबकि जिम की गतिविधियां मांसपेशियों और ताकत बढ़ाने में सहायक होंगी। वर्तमान में पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य और शारीरिक फिटनेस का उनकी कार्य कुशलता पर सीधा प्रभाव पड़ता है। पुलिस बल को हमेशा तैयार और चुस्त रहना पड़ता है ताकि वे किसी भी आपातकालीन स्थिति का सामना कर सकें। ऐसे में यह कदम पुलिसकर्मियों की कार्यक्षमता बढ़ाने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा और सेहत भी सुनिश्चित करेगा।

इस फिटनेस अभियान का मुख्य उद्देश्य पुलिसकर्मियों को न केवल शारीरिक रूप से फिट बनाना है, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से भी तैयार करना है ताकि वे अपना काम पूरी लगन और जिम्मेदारी से कर सकें। फिटनेस से न केवल शारीरिक क्षमता में सुधार होता है, बल्कि इससे मानसिक तनाव भी कम होता है, जो पुलिसकर्मी अक्सर अपनी ड्यूटी के दौरान महसूस करते हैं यह न केवल पुलिसकर्मियों के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है कि हमारे सुरक्षा बल अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए अधिक प्रभावी ढंग से काम कर रहे हैं। अंत में, यह कदम हरियाणा पुलिस द्वारा उठाया गया एक बेहतरीन प्रयास है, जो न केवल पुलिस बल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में है, बल्कि समाज में यह संदेश भी फैलाता है कि एक स्वस्थ और फिट पुलिस बल समाज की सुरक्षा के लिए बेहतर काम कर सकता है।