Top Newsदेशराज्य

PM मोदी फिर करेंगे बिहार का दौरा, मिलेंगी कई सौगातें, NDA की ऐसे पकड़ होगी मजबूत

बिहार में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के कुछ इलाकों का दौरा कर चुके हैं. टीवी9 भारतवर्ष को मिली जानकारी के मुताबिक आने वाले दिनों में और भी कुछ इलाकों में वह दौरा करने वाले हैं, जिसमें सरहरसा, बक्सर, मुंगेर, गया और भागलपुर संभावित है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वी चंपारण में लोकहित की कई परियोजनाओं को जनता को समर्पित करेंगे. दौरा भले ही पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में हो लेकिन इसका असर पूर्वी और पश्चिमी चंपारण दोनों पर पड़ेगा. इन दोनों इलाकों में विधानसभा की सीटों की बात करें तो पूर्वी चंपारण में 12 विधानसभा की सीटे हैं, जबकि पश्चिम चंपारण में 9 विधानसभा सीटें हैं.

बिहार को मिलेगी कई सौगात

  1. चार नई अमृत भारत ट्रेनों का संचालन शुरू
  2. राजेंद्र नगर टर्मिनल (पटना)-नई दिल्ली
  3. बापूधाम मोतिहारी-दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल)
  4. दरभंगा-लखनऊ (गोमती नगर)
  5. मालदा टाउन-लखनऊ (गोमती नगर) via भागलपुर
  6. दरभंगा-थलवारा और समस्तीपुर-रामभद्रापुर रेल खंड के दोहरीकरण की शुरुआत जो रेल यातायात की क्षमता को बढ़ाएगा.
  7. दरभंगा-नरकटियागंज रेललाइन का दोहरीकरण (लगभग 4,080 करोड़ की परियोजना) उत्तर बिहार की कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा.
  8. समस्तीपुर-बछवाड़ा सेक्शन में ऑटोमैटिक सिग्नलिंग की सुविधा, जिससे ट्रेनों की आवाजाही और समयबद्धता में सुधार होगा.
  9. पटना में वंदे भारत ट्रेनों के मेंटेनेंस इंफ्रास्ट्रक्चर की नींव रखी जाएगी.
  10. भटनी-छपरा ग्रामीण सेक्शन में ऑटोमैटिक सिग्नलिंग और ट्रैक्शन सिस्टम का अपग्रेडेशन होगा.

सड़क क्षेत्र में नए मार्ग और बेहतर कनेक्टिविटी

  1. NH-319 पर आरा बाइपास की चार लेन सड़क का निर्माण होगा जो आरा-मोहनिया और पटना-बक्सर हाइवे को जोड़ेगा.
  2. अररिया से मोहनिया तक का 4-लेन खंड, जिसकी लागत 820 करोड़ रुपये से अधिक है, उसको जनता को समर्पित किया जाएगा.
  3. NH-333C पर सरवन से चकाई तक की सड़क, जो बिहार और झारखंड को जोड़ने वाला एक प्रमुख मार्ग बनेगा.

आईटी और स्टार्टअप को मिलेगा बढ़ावा

दरभंगा में नया Software Technology Parks of India (STPI) सेंटर और पटना में Sate-of-the-art इनक्यूबेशन फैसिलिटी का उद्घाटन किया जाएगा. ये सुविधाएं स्टार्टअप्स, आईटी/ITES कंपनियों और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाएंगी.

मत्स्य पालन और ग्रामीण विकास को नई दिशा पीएम मोदी प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के तहत बिहार में नए फिश हैचरी, बायोफ्लॉक यूनिट्स, एक्वाकल्चर यूनिट्स और फिश फीड मिल्स का उद्घाटन करेंगे.

महिलाओं और ग्रामीण परिवारों को आर्थिक सहयोग

प्रधानमंत्री करीब 61,500 स्वयं सहायता समूहों को 400 करोड़ रुपये जारी करेंगे. प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 12,000 परिवारों को गृह प्रवेश की चाबियां दी जाएंगी और 40,000 लाभार्थियों को 160 करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी.

अपने किले को और मजबूत करने की तैयारी

प्रधानमंत्री जिस इलाके में जा रहे हैं वहां 21 में 17 विधानसभा सीटों पर एनडीए का कब्जा पिछले चुनाव में रहा है. इस इलाके में अपनी राजनीतिक पैठ और मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री का दौरा रखा गया है. इसके साथ ही यह इलाका नेपाल के बार्डर के भी पास है.

बीजेपी-जेडीयू के साथ विजय संभव

साल 2015 में भारतीय जनता पार्टी ने जब बिना नीतीश कुमार के इस इलाके में चुनाव लड़ा था तो बीजेपी को इसका सियासी नुकसान हुआ था. 2015 में पूर्वी चंपारण की 12 विधानसभा सीटों में से एनडीए के खाते में 5 सीटें मिली थी, जबकि 7 सीटों पर महागठबंधन ने कब्जा जमाया था.

नीतीश के एनडीए में आने से हुआ फायदा

2015 में जब नीतीश कुमार बीजेपी के साथ एनडीए में नहीं थे, तब बीजेपी को 23.5% वोट मिले थे. जबकि महागठबंधन में शामिल जेडीयू को 18.2%, आरजेडी को 20.5% और कांग्रेस को 3.6% प्रतिशत वोट मिले थे. जब नीतीश फिर से बीजेपी के साथ 2020 विधानसभा चुनाव में आ गए तो बीजेपी जेडीयू का वोट प्रतिशत भी बढ़ा और सीटें भी बढ़ गई. बीजेपी को 25.8% और जेडीयू को 20.1% वोट शेयर मिला. आरजेडी को 23.1%, कांग्रेस को 9.2% और सीपीआई((ML)को 7.5% वोट मिले. विधानसभा की सीट भी बढ़कर 5 से 9 पर पहुंच गई.

1 महीने में दूसरी बार PM कर रहे दौरा

प्रधानमंत्री एक महीने के अंदर दूसरी बार बिहार का दौरा कर रहे हैं. इससे पहले पीएम ने 20 जून को सिवान में बड़ी रैली की थी. उससे पहले पटना में 29 मई को रोड शो किया था और 30 मई को बिक्रमगंज में बड़ी सभा. अप्रैल में प्रधानमंत्री ने मधुबनी में रैली की थी. मतलब हर महीने प्रधानमंत्री का बिहार में कार्यक्रम हो रहा है. इस बार भी प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का विशेष महत्व है. विपक्ष की भी इस पर नजर है.