Top Newsउत्तर प्रदेशराज्य

अखिलेश सरकार की तुलना में योगी सरकार में चार गुना हुईं पुलिस भर्तियां, 218262 पदों पर सीधी भर्ती

लखनऊ: प्रदेश में सिपाही नागरिक पुलिस के 60244 पदों पर सीधी भर्ती ने सपा सरकार में हुई भर्तियों को पीछे छोड़ दिया। दरअसल, सपा सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल में 49965 पदों पर भर्तियां हुई थीं, जबकि भाजपा सरकार के आठ वर्ष में यह आंकड़ा 218262 तक पहुंच चुका है। इनमें 35247 महिलाएं हैं। यही नहीं सिपाही, उपनिरीक्षक और समकक्ष के 24 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। सपा सरकार के दौरान प्रदेश पुलिस में 49965 भर्तियों में 5262 अदालत के आदेश पर करनी पड़ी थीं। सीधी भर्ती के तहत 38315 सिपाही चुने गए थे। इसके अलावा 3784 उपनिरीक्षक, सात प्रोग्रामर, 2256 कंप्यूटर ऑपरेटर और 341 सिपाही के पदों पर मृतक आश्रित भर्ती हुए थे।

भाजपा सरकार में 153811 सिपाही नागरिक पुलिस और पीएसी में भर्ती किए गए हैं। इसके अलावा 9534 उपनिरीक्षक और लेखा संवर्ग के 1329 उपनिरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक के पदों पर सीधी की गई है। पुलिस के अन्य संवर्गों में भी रिक्त पदों को तेजी से भरा गया है।

अधूरा काम आगे बढ़ाया
भाजपा सरकार ने पिछली बसपा और सपा सरकार में अटकी भर्ती प्रक्रिया भी आगे बढ़ाई। वर्ष 2011 में उपनिरीक्षक, प्लाटून कमांडर व समकक्ष के 1003 पदों पर भर्ती के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराया। हाईकोर्ट के आदेश पर वर्ष 2013 में सिपाही नागरिक पुलिस के 4098, सिपाही पीएसी के 615 और फायरमैन के 785 पदों पर भर्ती की गई। सिपाही नागरिक पुलिस व समकक्ष पदों पर सीधी भर्ती की परीक्षा का परिणाम घोषित कर 34716 और उपनिरीक्षक भर्ती 2016 के 2486 पदों पर भर्ती की।

खिलाड़ी कोटे में भर्ती शुरू
खिलाड़ी कोटे के तहत 491 सिपाहियों की भर्ती की गई है। इनमें 313 पुरुष और 178 महिलाएं हैं। मृतक आश्रित कोटे में उपनिरीक्षक से लेकर आरक्षी के पद पर कुल 3794 भर्तियां हुई हैं। इसके अलावा 5805 जेल वार्डर व घुड़सवार पुलिस की भर्ती की गई है।