वायनाड में भूस्खलन को लेकर बोलीं प्रियंका गांधी…लोगों को बहाने नहीं, मदद चाहिए
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि आपदाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भूस्खलन प्रभावित वायनाड के लोग राज्य और केंद्र सरकारों की ओर उम्मीद के साथ देख रहे हैं तथा उन्हें अब बहाने नहीं चाहिए। राज्य और केंद्र सरकारों से अपील की कि वे आपसी सहयोग से प्रभावित लोगों को गरिमा के साथ उनके जीवन को पटरी पर लाने में मदद करें।
प्रियंका गांधी की अपील
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा, “आपदाएं राजनीति का विषय नहीं होनी चाहिए। ऐसी आपदाओं के पीड़ितों के सहयोग में मानवता और करुणा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।” उन्होंने कहा कि वायनाड के लोग राज्य और केंद्र सरकार की ओर उम्मीद से देख रहे हैं और अब उन्हें बहानों की जगह तत्काल मदद की जरूरत है। उनका कहना था कि जब सरकार में हर स्तर पर घावों को भरने और जीवन के पुनर्निर्माण के लिए मिलकर काम किया जाता है तो भारत मजबूत होता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र और राज्य सरकार को आगे बढ़कर वायनाड के लोगों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
गृह मंत्री से मुलाकात
प्रियंका गांधी ने इस मुद्दे पर केरल के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात किया था। उन्होंने वायनाड के लोगों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की और उनके जीवन के पुनर्निर्माण में सहायता के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के संयुक्त प्रयास की मांग की।
केंद्र सरकार का योगदान
प्रियंका गांधी ने अपने पोस्ट में “वायनाड में भूस्खलन और बाढ़ के लिए सहायता पर नोट” के स्क्रीनशॉट साझा किए। इसमें लिखा गया है कि केंद्र सरकार वायनाड के प्रभावित लोगों के प्रति संवेदनशील है और राज्य सरकार को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए सक्रिय रूप से आगे बढ़ी है।” इसमें कहा गया है कि वायनाड में भूस्खलन आपदा के बाद प्रभावित लोगों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए केंद्र के सहयोग की पहली किस्त 145.60 करोड़ रुपये 31 जुलाई, 2024 को और 145.60 करोड़ रुपये की दूसरी किस्त एक अक्टूबर, 2024 को जारी की गई।