ध्वजारोहण कार्यक्रम में फसाड लाइटिंग से जगमग होगा राम मंदिर

डा विशाखा श्रीवास्तव टीएलटी अयोध्या। राम मंदिर परिसर में 25नवंबर को होने वाले ध्वजारोहण कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए फसाड लाइटिंग का आशिंक प्रजेंटेशन करने का निर्णय किया गया है।फसाड लाइटिंग अब मुख्य मंदिर के भवन के साथ परकोटा व उसके मंदिरों पर भी की जाएगी। जिसमें प्रोजेक्टर नहीं लगेंगे।केवल लीनियर लाइट का ही प्रयोग किया जाएगा।फ़्लैश एलईडी के जरिए आइटेनोग्राफी से सजावट की जाएगी।
इसके लिए फसाड लाइटिंग की एजेंसी से बैठक कर उन्हें तीन माह में इसकी तैयारी करने का समय दिया गया है।यह जानकारी मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने निर्माण कार्य का निरीक्षण कर उसकी समीक्षा बैठक के बाद दी। उन्होंने बताया कि ध्वजारोहण कार्यक्रम भव्य तरीके से आयोजित होगा जिसमें 8से 10हजार श्रद्धालु व अतिथियों के शामिल होने वाले हैं। मंदिर ट्रस्ट का प्रयास रहेगा कि ये लोग फसाड लाइट से होने वाले जगमग मंदिर के नजारे को करीब से निहार सकें। उन्होंने बताया कि समीक्षा बैठक में मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग निर्माण कार्य में लगी एजेंसियों के अधिकारी भी मौजूद थे। जिनसे तकनीकी मुद्दों पर भी मंथन किया गया।
लोड क्षमता की जांच -ध्वजारोहण कार्यक्रम में 10हजार की भीड़ की बैठने व सुख सुविधाओं की व्यवस्था पर भी चर्चा हुई है।मिश्र ने बताया कि यह भी तकनीकी तौर पर अध्ययन किया जा रहा है कार्यक्रम स्थल पर जहां कुर्सियां लगाई जाएं वहां की लोड क्षमता कितनी है।इसका तकनीकी परीक्षण करवाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण कार्य समापन की ओर है । 75एकड़ के मंदिर परिसर में एक भव्य गार्डन भी बनाया जा रहा है, जो भक्तिमय माहौल को और भी विशेष बनाएगा। इस गार्डन में श्रद्धालु सादगी के भजन कीर्तन के मधुर संगीत का आनंद उठा सकेंगे। पार्क पिकनिक स्पॉट नहीं बनेगा यहां प्रभु राम के प्रति आस्था की अनुभूति का अनुभव होगा।इस पार्क में किसी की प्रतिमा स्थापित नहीं की जाएगी।
आइआइटी चेन्नई को म्यूजियम की गैलरी के निर्माण की जिम्मेदारी -नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय का निर्माण कार्य चल रहा है।इसकी पटकथा नियुक्त किए गए क्यूरेटर तैयार कर रहे हैं पर गैलरी में इसका हाईटेक प्रजेंटेशन का काम आईआईटी चेन्नई को सौंपा गया है। इसकी डिज़ाइन आई आई टी चेन्नई ही तैयार करेगी। इस म्यूजियम में रामचरितमानस के प्रसंगों को आधुनिक तकनीक के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।
संतों के नाम से प्रवेश द्वार -उन्होंने बताया कि मंदिर के 4प्रवेश द्वारों के नाम किन संतों के नाम से होंगे यह बैठक में तय हो गया है।
अब संतों के नाम से पुकारे जाएंगे। सभी गेट की डिजाइन तय हो गई जो शीर्ष पत्थरों की होगी जिस पर संत के बारे में वर्णन अंकित रहेगा। उन्होंने बताया कि गेट नं 11का निर्माण 15अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा।गेट नं 3नवंबर तक तैयार होगा। सुग्रीव किया का गेट भी अगले माह तैयार हो जाएगी। वीआईपी उत्तरी गेट भी तैयार हो रहा है।जब गेट नं 11का गेट श्रद्धालुओ के लिए खोला जाएगा तो गेट नं 3बंद कर दिया जाएगा।

