Sawan 2025: सावन में शिवलिंग पर चढ़ाए ये पांच फूल, भगवान शिव का बना रहेगा आशीर्वाद
उज्जैन! सावन (Saawan) का महीना यानी भगवान शिव का प्रिय महीना। ये महीना वो है जब भगवान शिव (Lord Shiva) अपने भक्तों से मिलने और उनकी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए पृथ्वी पर भ्रमण करने आते हैं। सभी भक्त भी सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं। भगवान शिव को यूं ही भोलेनाथ नहीं कहा जाता। प्रेम भाव से एक लोटा जल चढ़ाने पर ही वो खुश हो जाते हैं। आज हम आपको भगवान शिव के प्रिय पांच फूलों के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें घर में लगाने से भोलेनाथ की कृपा आपके घर पर बनी रहेगी। भगवान को जल चढ़ाते समय भी आप ये फूल अर्पित कर सकते हैं।
कनेर का फूल
भगवान शिव को कनेर का फूल बेहद प्रिय है। शास्त्रों में भी कनेर के फूलों से शिवजी की पूजा करने का वर्णन मिलता है। सावन के महीने में सोमवार के दिन शिवलिंग पर कनेर के फूल अर्पित करने से भगवान शिव बहुत प्रदान होते हैं और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। कनेर का फूल तीन रंगों में पाया जाता है, पीला, सफेद और लाल। आप अपनी पसंद के हिसाब से कोई से भी रंग का फूल अपने गमले में उगा सकते हैं।
शमी का फूल
शमी के पौधे को हिन्दू धर्म में बहुत ही पवित्र माना गया है। इसे शिवजी का पसंदीदा पौधा बताया जाता है। शमी के पेड़ पर उगने वाले फूल भी शिवजी को बेहद प्रिय हैं। सावन में आपको अपने घर पर एक शमी का पौधा जरूर लगाना चाहिए। हर सोमवार इसके फूलों से भगवान शिव की प्रार्थना करने पर शिवजी बहुत जल्दी प्रदान होते हैं। इसका फूल देखने में भी बेहद सुंदर पीले और गुलाबी रंग का होता है।

ब्रह्म कमल
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ये वही फूल है जिससे जल का छिड़काव करके शिवजी ने गणेश जी को जीवित किया था। इसलिए इसे जीवन देने वाला फूल कहा जाता है। शिवजी को भी यह फूल काफी प्रिय है। सफेद रंग का यह फूल देखने में भी काफी सुंदर होता है। इसे घर में लगाने से भोलेनाथ की कृपा हमेशा आपके घर पर बनी रहती है। यह फूल घर में पॉजिटिविटी का माहौल बनाए रखता है।
अपराजिता का फूल
अपराजिता का सुंदर सा पौधा घर के लिए काफी ज्यादा शुभ माना जाता है। सावन के मौसम में तो इस पौधे को घर पर लगाना ओर भी ज्यादा शुभ माना जाता है। इसके फूल भगवान शिव को बेहद पसंद होते हैं। कहा जाता है कि इसके फूलों को भगवान शिव के सामने अर्पण से घर की आर्थिक स्थिति ठीक होती है साथ ही भगवान शिव का आशीर्वाद भी सभी सदस्यों पर बना रहता है।