उत्तर प्रदेशराज्य

भ्रष्टाचार के विरुद्ध सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के अंतर्गत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के जिला समन्वयक की सेवा समाप्त

बरेली, 08 जुलाई। भ्रष्टाचार के विरूद्ध सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के अन्तर्गत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रिक्त पदों पर भर्ती में हुए भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय के जिला समन्वयक धर्मपाल सिंह सेवा समाप्ति की गयी।

बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रिक्त पदों पर भर्ती में हुए भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय के जिला समन्वयक धर्मपाल सिंह की जांच में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा धर्मपाल के द्वारा 19000 रुपए लेने की पुष्टि की गयी थी।

जिलाधिकारी अविनाश सिंह द्वारा उक्त प्रकरण की जांच उपायुक्त स्वतः रोजगार को सौंपी थी। जांच में जिला समन्वयक धर्मपाल सिंह दोषी पाया गया है। धर्मपाल सिंह पोषण अभियान के अन्तर्गत आउटसोर्सिंग के माध्यम से जिला समन्वयक के पद पर बाल विकास परियोजनाओं से प्राप्त सूचनाओं को संकलित करते हुए विभागीय पोर्टल सूचनाओं को अपडेट करने का कार्य किया जाता है।

जांच में धर्मपाल सिंह ने अपने बयान में बताया कि मढ़ीनाथ निवासी विभा रानी पत्नी सचिन के द्वारा उधार के रुप में 19000 रुपए ऑनलाइन के माध्यम से दिए गए थे, उधार की धनराशि समय से वापस ना किए जाने पर विभा रानी द्वारा शिकायत की गयी है। इस प्रकार जिला समन्वयक धर्मपाल सिंह द्वारा 19000 रुपए की धनराशि लेने की सहमति प्रदान करने, जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा उनकी कार्यप्रणाली संदिग्ध पाए जाने तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की जांच आख्या में 19000 रुपए के ट्रांजक्शन सही पाए जाने पर प्रथम दृष्टया जिला समन्वयक धर्मपाल सिंह को दोषी मानते हुए सेवा प्रदत्ता एजेंसी को उनकी सेवा समाप्त करने की कार्यवाही हेतु रिर्पोट प्रेषित की गयी है।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट