रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय के विधि विभाग एवं सांस्कृतिक केंद्र में स्वामी विवेकानंद जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस का हुआ आयोजन
बरेली,14जनवरी। विधि विभाग एमजेपी रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली में स्वामी विवेकानंद जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विधि विभागाध्यक्ष डॉ अमित सिंह एवं शिक्षकों द्वारा स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम में एल.एल.एम. की छात्र छात्रायें, शिक्षक , कर्मचारियों ने भाग लिया। स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उनके जीवन के आदर्शों, मूल्य एवं समाज के प्रति उनके योगदान पर व्याख्यान माला का आयोजन किया गया।स्वामी विवेकानंद के संबंध विभागाध्यक्ष डॉ अमित सिंह ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद महान दार्शनिक संत थे डॉ अमित सिंह ने स्वामी जी के जीवन व उनकी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की ख्याति की चर्चा की। उन्होंने बताया स्वामी विवेकानंद जी ने प्रेसीडेंसी कॉलेज कोलकाता से अपनी शिक्षा बी.ए.ऑनर्स फिलासफी, इतिहास आदि सब्जेक्ट से किया। उनकी मेमोरी फोटोजेनिक थी। वह किसी चित्र को एक बार देख लेते थे तो उसको उसी रूप एक्सप्लेन कर देते थे उनके शिक्षक व अन्य लोग उनकी लिखने की क्षमता, स्पेलिंग और प्रनंसीएशन स्किल से बहुत प्रभावित थे। इसके उपरांत उन्होंने ऋग्वेद, यजुर्वेद भाष्य,उपनिषद , विभिन्न धर्म ग्रंथो का अध्ययन किया। खेत्री रियासत राजस्थान के राजा अजीत सिंह के आग्रह पर स्वामी जी विश्व पताका फहराने के लिए भारत के प्रतिनिधि के रूप में विश्व धर्म ससद सम्मेलन शिकागो में उपस्थित हुए। उन्होंने भारत की लुटेरे और गुफाओं में रहने वाले आदिवासी लोगों की विश्व में छवि गलत साबित करते हुए भारत की वास्तविक संस्कृति व सभ्यता से वर्ल्ड को परिचित कराया। उन्होंने भारत की वर्ल्ड ओल्डेस्ट लिविंग सिविलाइजेशन , शिव महिमा भागवत गीता के बारे में अपनी स्पीच दी। न्यूयॉर्क टाइम व अन्य वर्ल्ड फेमस अखबारों ने उनको साईकॉलोनिक मॉन्क और ऑरेंज मॉन्क लिखा स्वामी जी को यू एस ए के कई शहरों में व्याख्यान देने के लिए आमंत्रण किया हावर्ड विश्वविद्यालय और कोलंबिया द्वारा उनको प्रोफेसर चियर के लिए आमंत्रित किया गया। वह मैक्स मूलर,सर हेनरीमेन आइंस्टीन , निकोलस टेस्ला, हरबर्ट स्पेंसर , जॉन स्टुअर्ट मिल आदि कई वैज्ञानिक, विधि विशेषज्ञ वह धर्म गुरुओं से मिले जिन्होंने उनकी बुद्धिमत्ता का लोहा माना।
कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रो डॉ शहनाज अख्तर द्वारा किया गया इस अवसर पर एल- एल एम के छात्र-छात्राएं ,विधि शोधार्थी , शिक्षक अमित कुमार ,निधि शंकर, डॉ लक्ष्य लता प्रजापति , प्रेक्षा सिंह, रविकर यादव, डॉ अनुराधा, डॉ शहनाज अख्तर, स्कॉलर नेहा दिवाकर , श्रद्धास्वरूप, शैलेंद्र शारभ दीप गोयल, विशेष कुमार व पीएचडी स्कॉलर एल. एल.एम. के छात्र छात्राएं एवं कर्मचारी गुलाब सिंह, रामबचन, राकेश, मोहित आदि उपस्थित रहे।
विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक केन्द्र, महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय,बरेली द्वारा भी स्वामी विवेकानंद जी की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर उनके जीवन और विचारों पर आधारित ऑनलाइन ज्ञानात्मक प्रश्नोत्तरी (क्विज़) का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य विवेकानंद जी की भारतीय संस्कृति के प्रति विचारधारा और उनके राष्ट्र निर्माण में योगदान से अवगत कराना था। विद्यार्थियों ने अत्यंत उत्साह के साथ इस ज्ञानवर्धक पहल में शामिल हो स्वामी विवेकानंद जी के विषय में जानकर ज्ञान और प्रेरणा प्राप्त की।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट