उत्तर प्रदेशराज्य

बरेली: फर्जी दस्तावेजों से करोड़ों का लोन लेकर ऐश करने वाली ‘टीचर दीदी’ गिरफ्तार

बरेली – फर्जी दस्तावेजों और दो पैन कार्ड के जरिए तीन करोड़ रुपये का लोन लेकर ऐश करने वाली एमबी इंटर कॉलेज की निलंबित शिक्षिका वंदना वर्मा को बुधवार को प्रेमनगर पुलिस ने डीडीपुरम स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में पेशी के बाद उसे जेल भेज दिया गया।

पति ने किया था घोटाले का खुलासा

बदायूं के मोहल्ला आदर्शनगर (थाना सिविल लाइंस) निवासी अमित कुमार ने एसएसपी अनुराग आर्य से शिकायत कर अपनी पत्नी वंदना वर्मा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था कि वंदना ने जन्मतिथि में हेरफेर कर दो पैन कार्ड और दो आधार कार्ड बनवाए और अपने असली नियुक्ति पत्र की मदद से अपने गिरोह के लोगों के फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार किए।

इसके जरिए उसने बैंक ऑफ बड़ौदा (विकास भवन और पुराना शहर शाखा), यूनियन बैंक (प्रेमनगर शाखा), एसबीआई (कुर्मांचल नगर) और गदरपुर (उत्तराखंड) शाखा से फर्जी तरीके से करीब तीन करोड़ रुपये का लोन ले लिया।

फर्जीवाड़े में नौकरी और विदेश यात्रा भी शामिल

वंदना वर्मा ने न सिर्फ आरटीओ कार्यालय में भी फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया, बल्कि शिक्षक पद पर नौकरी का झांसा देकर कई लोगों से ठगी भी की। वह बिना किसी विभागीय अनुमति के विदेश यात्रा पर भी जा चुकी है और लंबे समय तक बिना छुट्टी लिए गायब रहती थी।

जांच के बाद हुई निलंबन, अब पहुंची जेल

डीआईओएस (जिला विद्यालय निरीक्षक) ने शिकायत के आधार पर विभागीय जांच कराई, जिसमें वंदना दोषी पाई गई। 23 अक्टूबर 2024 को जांच रिपोर्ट डीआईओएस कार्यालय में सौंपी गई, जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया। हालांकि, तब तक उसके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं हुआ था।

पति अमित कुमार की शिकायत और एसएसपी के निर्देश पर प्रेमनगर पुलिस ने वंदना वर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया और अब उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

पुलिस का बयान

प्रेमनगर थाने के इंस्पेक्टर आशुतोष रघुवंशी ने बताया कि आरोपी शिक्षिका को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस अब यह भी खंगाल रही है कि इस घोटाले में कौन-कौन लोग शामिल हैं और कितना पैसा कहां-कहां ट्रांसफर किया गया।