देहाती लड़के से तय कर दी शादी, दुल्हन ने किया इनकार… फतेहपुर में बिना दुल्हन लौटी बारात, बारातियों ने भागकर बचाई जान
फतेहपुर। जनपद में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया, जहां बारात तो धूमधाम से पहुंची लेकिन बिना दुल्हन लौट गई। शादी समारोह के बीच दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। स्थिति बिगड़ते देख बारातियों को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। सुबह मामले की शिकायत पुलिस से की गई, जिसके बाद दोनों पक्षों को थाने बुलाकर बातचीत कराई गई।
शादी तय थी, रस्में पूरी हुईं, फिर अचानक इनकार
असोथर थाना क्षेत्र के बेरूई गांव निवासी वीरेंद्र लोधी ने अपने बेटे धर्मवीर की शादी थरियांव थाना क्षेत्र के दनियालपुर गांव की सरिता देवी से तय की थी। शुभ मुहूर्त निकालकर दोनों पक्षों ने शादी की तैयारियां कर ली थीं और रिश्तेदारों को भी आमंत्रित किया गया था।
18 फरवरी की रात बारात धूमधाम से दनियालपुर गांव पहुंची। कई गाड़ियों में सवार होकर आए सैकड़ों बारातियों के स्वागत की पूरी तैयारी थी। खाने-पीने की अच्छी व्यवस्था थी और बाराती डीजे की धुन पर नाच-गाने में मशगूल थे। शादी से पहले चढ़ाव की रस्म भी पूरी कर ली गई, जिसमें दुल्हन के लिए जेवरात भेंट किए गए।
दुल्हन ने दूल्हे के साथ जाने से किया इनकार, मचा हंगामा
चढ़ाव की रस्म पूरी होने के कुछ देर बाद अचानक दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया और दूल्हे के साथ जाने से मना कर दिया। यह सुनते ही दोनों पक्षों के बीच बहस शुरू हो गई और देखते ही देखते माहौल गरमा गया। विवाद इतना बढ़ गया कि मारपीट की नौबत आ गई। बारातियों ने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई और बिना दुल्हन लिए ही लौट गए।
पुलिस तक पहुंचा मामला, दोनों पक्षों के बीच सुलह
सुबह दूल्हे पक्ष ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि चढ़ाव की रस्म पूरी होने के बाद दुल्हन ने शादी स्वीकार कर ली थी और जेवरात भी रखवा लिए थे, लेकिन बाद में शादी से इनकार कर दिया। जब जेवरात वापस मांगे गए, तो दुल्हन के परिजनों ने खरी-खोटी सुनाते हुए मारपीट पर उतारू हो गए।
पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर समझौता कराया। थरियांव थानाध्यक्ष अरविंद कुमार राय ने बताया कि दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से सुलह कर ली है।
पहले ही हो चुकी थी शादी, फिर भी किया इनकार
जानकारी के मुताबिक, 23 जनवरी को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत दोनों की शादी हो चुकी थी। लेकिन शादी के बाद दुल्हन ससुराल न जाकर मायके चली गई थी। उस समय भी उसने दूल्हे को नापसंद करते हुए विरोध जताया था, लेकिन सामाजिक दबाव में चुप रही।
परिजनों ने सामूहिक विवाह के बाद धूमधाम से शादी समारोह आयोजित करने का फैसला किया। लेकिन जब बारात पहुंची, तो दुल्हन ने खुलकर विरोध करते हुए शादी से साफ इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि दुल्हन दिल्ली में रहती है और किसी शहरी लड़के से शादी करना चाहती थी, जबकि परिजनों ने उसकी शादी एक गांव के लड़के से तय कर दी थी। इसी कारण उसने शादी से इनकार कर दिया, जिससे बारात बिना दुल्हन के ही लौटने को मजबूर हो गई।