जिलाधिकारी ने नागरिक सुरक्षा स्थापना की 62वीं वर्षगांठ के अवसर पर ध्वजातोल्लन कर दिलाई गई शपथ
बरेली, 07 दिसम्बर। जिलाधिकारी/नियंत्रक नागरिक सुरक्षा रविन्द्र कुमार ने कल नागरिक सुरक्षा स्थापना की 62वीं वर्षगांठ के अवसर पर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित नागरिक सुरक्षा कार्यालय में नागरिक सुरक्षा के ध्वजातोल्लन किया और उपस्थित वार्डनों को शपथ भी दिलाई।
उक्त के उपरान्त सामूहिक रुप से राष्ट्रीयगान किया गया, महामहिम राष्ट्रपति भारत गणराज्य श्रीमती द्रौपदी मुर्मू एवं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के संदेश को पढ़कर सुनाया गया। उक्त के उपरांत आपदा से बचाव सम्बंधी उपकरणों का प्रदर्शन भी किया गया।
इस अवसर जिलाधिकारी ने उपस्थित समस्त पदाधिकारीगणों को नागरिक सुरक्षा दिवस की 62वीं वर्षगांठ की शुभकामनाएं दी और नागरिक सुरक्षा टीम द्वारा विभिन्न अवसरों पर निस्वार्थ भाव से किये जा रह कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार भविष्य में भी शासन, प्रशासन द्वारा सौपें गये जन कल्याणकारी कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हुये आपदा के समय में अपनी महति भूमिका निभाते हुये, जनहित में कार्य करने के साथ उतरोत्तर नागरिक सुरक्षा को गति प्रदान करने में सहयोग करें। अन्त में विगत वर्ष-2023 में रक्तदान में किये गये विशेष सहयोग के दृष्टिगत दिनेश यादव को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
उप नियंत्रक नागरिक सुरक्षा राकेश कुमार मिश्र द्वारा नागरिक सुरक्षा की स्थापना वर्ष पर प्रकाश डालते हुये नागरिक सुरक्षा की वार्डन सेवा की अद्यतन स्थिति के साथ-साथ नागरिक सुरक्षा जनपद बरेली ‘‘बी‘‘ श्रेणी का होने के दृष्टिगत इस जनपद में संचालित 08 सेवाओं के बारे में अवगत कराते हुये वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया। वर्ष जनवरी-2024 से दिसम्बर-2024 तक नगर के विभिन्न क्षेत्रों एवं संस्थानों में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर फर्स्ट रिस्पाउण्डर तैयार करने के संबंध में वस्तुस्थिति से भी अवगत कराया। इसके अतिरिक्त वर्ष 2024 में जनवरी से दिसम्बर तक प्रत्येक माह में किये विशेष कार्यों की प्रगति से अवगत कराया।
कार्यक्रम में सहायक उप नियंत्रक पंकज कुदेशिया, वार्डन सेवा के रंजीत वशिष्ठ, डा० हरि ओम मिश्र, कलीम हैदर सैफी, डा० अनवर हुसैन, संजी धुस्सा, गीता शर्मा, अर्चना राजपूत, अनिल शर्मा सहित बड़ी संख्या में वार्डन सेवा के अन्य अवैतनिक स्वयं सेवक उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट