अंकित हत्याकांड: शोर मचाने पर बदमाशों ने की थी हत्या, पुलिस ने ऐसे सुलझाया ब्लाइंड मर्डर
लखनऊ। बीकेटी थाना क्षेत्र के सिरसा कमालपुर गांव में एक महीने पहले हुए अंकित वर्मा हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बीटीएस और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया , जिन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। आरोपियों ने बताया कि वे दुकान में चोरी करने आए थे , लेकिन अंकित ने उन्हें देख लिया और शोर मचाने लगा । पकड़े जाने के डर से बदमाशों ने उसका गला कसकर हत्या कर दी, फिर उसके हाथ-पैर बांधकर शव को छोड़कर फरार हो गए।
95 दिन की जांच के बाद चार गिरफ्तार
10 जनवरी की सुबह, लखनऊ-सीतापुर हाईवे किनारे सिरसा कमालपुर गांव में किराने की दुकान के टीन शेड के नीचे अंकित का शव मिला था । पुलिस को शुरू में कोई सुराग नहीं मिला, जिससे यह मामला ब्लाइंड मर्डर बन गया। 15 दिनों तक पुलिस हत्यारों की तलाश में जुटी रही ।
गुरुवार रात, बीटीएस और सर्विलांस टीम की मदद से पुलिस ने गुड़म्बा थाना क्षेत्र के विभिन्न इलाकों से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया—
1. आकाश रावत (आधारखेड़ा गांव, मजदूर) 2. कुनाल गुप्ता (बसहा गांव, बावर्ची)
3. उमेश गौतम (मजदूर)
4 राजू नाग (मिश्रीपुर, ई-रिक्शा चालक)
पुलिस को ऐसे मिला सुराग
अपर पुलिस उपायुक्त उत्तरी (ADCP North) जितेंद्र दुबे के मुताबिक, यह पूरी तरह से ब्लाइंड मर्डर था। पुलिस ने बीटीएस सिस्टम से घटना के वक्त संदिग्ध मोबाइल नेटवर्क को ट्रेस किया और सर्विलांस टीम को जांच में लगाया।
हत्या का मकसद: चोरी के दौरान पकड़े जाने का डर
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि गुड़म्बा के आधारखेड़ा गांव निवासी संग्राम रावत ने अपने गिरोह के साथ मिलकर मौर्या जनरल स्टोर से चोरी की योजना बनाई थी । संग्राम रावत फिलहाल बाराबंकी की जेल में दुष्कर्म के मामले में बंद है।
हत्या की रात:
– गिरोह दुकान से चोरी करने पहुंचा।
– अंकित वर्मा टीन शेड के नीचे सो रहा था, उसने बदमाशों को देखकर शोर मचाना शुरू कर दिया।
– पकड़े जाने के डर से संग्राम और आकाश ने अंकित का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी ।
– शव को छिपाने के लिए साल (कपड़े) से उसके हाथ-पैर बांध दिए और भाग निकले।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास
– आकाश रावत पर लखनऊ और बाराबंकी में लूट और चोरी के 3 मुकदमे दर्ज हैं।
– कुनाल गुप्ता पर बाराबंकी में 2 आपराधिक केस हैं।
– संग्राम रावत पर पोक्सो एक्ट, आर्म्स एक्ट समेत 8 मामले दर्ज हैं।
पुलिस की कार्रवाई
शुक्रवार को पुलिस ने चारों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया । अंकित की बहन अनीता वर्मा ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी , जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा।
इस हत्याकांड के खुलासे से लखनऊ पुलिस ने एक और ब्लाइंड मर्डर को सुलझाने में सफलता पाई ।