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आज ही डाइट में कर लें ये बदलाव, वरना इस बीमारी से गल जाएंगी सारी हड्डियां

नई दिल्ली. ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों की बीमारी है जिसमें हड्डियां लगातार कमजोर होती जाती हैं. ये खतरनाक बीमारी शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से होती है. ऑस्टियोपोरोसिस में सबसे ज्यादा खतरा कूल्हे और रीढ़ की हड्डी को होता है. ये शरीर की मैन हड्डियां हैं इनके बिना शरीर का चल पाना मुश्किल है. हड्डियों को कमजोर और मजबूत बनाने में खाने का अहम रोल होता है. हम डाइट में बदलाव कर इस खतरनाक बीमारी से निपट सकते हैं.

कैल्शियम हड्डियों के लिए जरूरी है. ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे से बचने के लिए कैल्शियम वाली चीजों को डाइट में शामिल करना चाहिए. अगर आप दूध से बचते हैं तो इसका सेवन शुरू कर देना चाहिए. कैल्शियम के लिए दूध से बने प्रॉडक्ट्स जैसे दूध, दही और पनीर से बनी चीजें खाना चाहिए. कैल्शियम की पूर्ति के लिए हरी सब्जियां और बीन्स खाना भी फायदेमंद माना जाता है. हड्डियां कमजोर होने की वजह विटामिन डी है. हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए विटामिन डी का सेवन करना जरूरी है. विटामिन डी के लिए संतरा, मौसमी, नींबू जैसे फल और टमाटर, आलू और पालक जैसी सब्जियों को भरपूर मात्रा में खाएं. विटामिन डी की पूर्ति के लिए अंकुरित मूंग और चना जैसी चीजें डाइट में शामिल कर सकते हैं.

शराब बोन डेंसिटी को कम करने का काम करता है. शराब के सेवन से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं. कमजोर हड्डियों में ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना होती है. इसलिए अगर ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे से बचना है तो शराब पीने से बचना जरूरी है. चाय और कॉफी जैसी चीजों में मौजूद कैफीन कैल्शियम के अवशोषण को कम कर देता है जिसकी वजह से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. अगर हड्डियों में कमजोरी हो तो कैफीन वाली चीजों को ज्यादा पीने से बचना चाहिए.

नमक में सोडियम मौजूद होता है जो हड्डियां गलाने का काम करता है. वैसे भी ज्यादा नमक सेहत के लिए सही नहीं है, लेकिन कमजोर हड्डी वालों को इसका सेवन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए.