डोनाल्ड ट्रंप पर मंडरा रहा खतरा! ईरान ने दी जान से मारने की धमकी, तैयार की 1650 किमी रेंज की क्रूज मिसाइल, जाने पूरा मामला
तेहरान। ईरान अपने शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए कड़ी प्रतिज्ञा कर चुका है। ईरान के टॉप कमांडर अमीराली हाजीजाहेद ने अमेरिका को खुले तौर पर धमकी दे डाली है कि उसने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मारने के लिए 1,650 किमी दूरी की मारक क्षमता वाली क्रूज मिसाइल को चतैयार कर लिया है। ईरान बहुत जल्द ही अपने पूर्व कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला ले सकता है।
ईरान की इस धमकी से अमेरिका से साथ साथ पश्चिमी देशों की चिंता बढ़ गई है क्योंकि यूक्रेन युद्ध में रूस द्वारा ईरानी ड्रोन का लगातार उपयोग किया जा रहा है। ईरान के टॉप कमांडर अमीराली हाजीजादेह ने बताया कि हम डोनाल्ड ट्रंप से सुलेमनी की हत्या का बदला लेना चाहते हैं। इसलिए हमने 1,650 किमी की रेंज वाली क्रूज मिसाइल को इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के मिसाइल शस्त्रागार में शामिल कर लिया है।
उन्होंने कहा वह पहला फुटेज था जो नई पावे क्रूज मिसाइल को दर्शाता था। हाजीजादेह ने कहा कि ईरान ने बेगुनाह सैनिकों को मारने का इरादा नहीं किया था, लेकिन जब उसने(अमेरिका) बगदाद में 2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के कुछ दिनों जवाबी कार्रवाई की थी। इसलिए इराक में अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना पर बैलिस्टिक मिसाइल हमला करना पड़ा था।
ईरान के टॉप कमांडर अमीराली हाजीजादेह ने एक इंटरव्यू में यह भी कहा कि ईश्वर ने चाहा तो हम ट्रंप को मारेंगे। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व विदेश मंत्री माइक)पोम्पियो और सुलेमानी को मारने का आदेश जारी करने वाले सैन्य कमांडरों को मार दिया जाना चाहिए। ईरानी नेताओं ने अक्सर सुलेमानी का बदला लेने के लिए मजबूत शब्दों में कसम खाई है।
संयुक्त राज्य अमेरिका के विरोध और यूरोपीय देशों द्वारा चिंता की अभिव्यक्ति के विरोध में ईरान ने अपने मिसाइल कार्यक्रम, विशेष रूप से अपनी बैलिस्टिक मिसाइलों का विस्तार किया है। तेहरान का कहना है कि यह कार्यक्रम विशुद्ध रूप से रक्षात्मक और निवारक प्रकृति का है। ईरान ने कहा है कि उसने यूक्रेन में युद्ध से पहले मास्को को ड्रोन की आपूर्ति की थी। रूस ने बिजली स्टेशनों और नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के लिए ईरानी ड्रोन का इस्तेमाल किया है। गौरतलब है कि नवंबर में ईरान ने एक हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल विकसित की है।