तानाशाह किम जोंग ने फिर दी परमाणु हमले की धमकी, अमेरिका और उसके मित्र देशों को दी यह चेतावनी
नई दिल्ली. उत्तर कोरिया के सैन्य शासक किम जोंग उन ने अमेरिका व उसके सहयोगी देशों को परमाणु हमले की धमकी दी है। शनिवार को किम ने अपने देश के मिसाइल परीक्षण का खुद निरीक्षण करने के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि खतरों का परमाणु हथियारों से जवाब दिया जाएगा।
उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए ने किम के हवाले से यह चेतावनी दी है। किम जोंग उन ने कहा कि प्योंगयांग परमाणु हथियारों का परमाणु हथियारों से और पूर्ण सैन्य टकराव का उसी तरह से जवाब देगा। यह धमकी उत्तर कोरिया द्वारा एक और अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल के परीक्षण के एक दिन बाद आई है। दुनियाभर से अलग-थलग किए जा चुके उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को पूर्वी सागर की ओर यह मिसाइल दागी। दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि यह कदम दक्षिण कोरिया और जापान की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए अमेरिका द्वारा किए गए उपायों के विरोध में उठाया गया।
केसीएनए की रिपोर्ट के अनुसार अपनी बेटी और पत्नी के साथ मिसाइल परीक्षण स्थल पर पहुंचे उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगियों की शत्रुतापूर्ण नीति को देखते हुए वे अपने देश की सुरक्षा के लिए परमाणु प्रतिरोध मजबूत करने को मजबूर हुए हैं।
इस मौके पर किम ने एलान किया कि यदि दुश्मन धमकी देना जारी रखते हैं, तो हमारी पार्टी और सरकार परमाणु हथियारों का जवाब उसी अंदाज में देगी। उधर, दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी योनहाप ने कहा है उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण में ह्वासोंग-17 आईसीबीएम शामिल थी। यह अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल 3 नवंबर को किए गए परीक्षण में विफल हो गई थी।
केसीएनए ने कहा कि ह्वासोंग-17 आईसीबीएम के प्रक्षेपण की पुष्टि उत्तर ने की थी। यह सर्वोच्च प्राथमिकता वाली रक्षा तैयारी की रणनीति का हिस्सा था। उत्तर कोरिया का कहना है कि इसका मकसद सबसे शक्तिशाली और पूर्ण परमाणु प्रतिरोध तैयार करना है।
एजेंसी ने दावा किया कि यह मिसाइल दुनिया में सबसे मजबूत सामरिक हथियार है। मिसाइल ने करीब 69 मिनट में करीब 1,000 किलोमीटर की उड़ान भरी और 6,041 किलोमीटर की अधिकतम ऊंचाई तक पहुंची।इसे इसके आकार के कारण ‘राक्षस मिसाइल’ कहा जाता है। जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार यह मिसाइल कई हथियार ले जाने में सक्षम है। यह करीब 15,000 किलोमीटर तक मार कर सकती है। इसकी जद में अमेरिका भी आता है।