उत्तर प्रदेश

सुल्तानपुर में डॉ के हत्यारोपियों के अवैध निर्माण पर चला बुल्डोजर, योगी हैं तो मुमकिन हैं, अपराधी की जाति नहीं अपराध देख कर होती है कार्यवाही-हीरो बाचपेयी

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। रविवार को सुल्तानपुर में डॉ की हत्या के बाद हुई किरकिरी के बाद सोमवार को बड़ा एक्शन हुआ है। डॉक्टर घनश्याम तिवारी की हत्या का मुख्य आरोपी फरार अजय नारायण पर 50 हजार का इनाम घोषित किया है। कोतवाली नगर के एसएचओ रामाशीष उपाध्याय निलंबित कर दिया गया। अजय नारायण के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर गरजा साथ ही उसके संरक्षकों के अवैध निर्माण ध्वस्त किये गये। जिलाधिकारी जसजीत कौर के अनुसार लगभग चार करोड़ की 3 सरकारी जमीनों को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया। जिस जमीन के कारण डॉ की हत्या की बात की जा रही थी उससे अवैध कब्जा मुक्त करवा के मृतक के परिजनों को नारायणपुर में स्थित जमीन पर कब्जा दिलाया गया। मुकदमे में 302, 307 के साथ 7 क्रिमिनललॉएक्ट जोड़ा गया। यूपी पुलिस ने डॉक्टर हत्याकांड के आरोपी अजय नारायण सिंह के अनाधिकृत अवैध अतिक्रमण को पल भर में ध्वस्त दिया गया।

अजय नारायण बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरीश नरायन सिंह के भतीजे और भाजपा जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह का भाई है। अजय नारायण की तरह चंदन ने हाईवे पर कब्जा करके कथित तौर पर कैंप कार्यालय बना रखा था जिसे पुलिस और प्रशासन की टीम ने मिलकर सोमवार को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। पुलिस- प्रशासन की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा है। सुलतानपुर जिले के लम्भुआ थाना क्षेत्र के जमखुरी गांव के निवासी डॉ. घनश्याम तिवारी ( 55 ) जयसिंहपुर में संविदा पर चिकित्सक नियुक्त थे। उन्होंने शहर में अपना निवास बनाने के साथ नगर कोतवाली के विद्यामन्दिर के पीछे भूमि खरीदी थी। शनिवार देर शाम वे घायल अवस्था में अपने घर पहुंचे। उन्हान अपनी पत्नी को बताया कि जमीन के विवाद में विद्या मंदिर के पीछे उनके ऊपर प्राणघातक हमला किया गया। हमलावरों ने पीट-पीटकर उनका हाथ तोड़ दिया। हालत बेहद खराब देखकर परिजन उन्हें तुरंत जिला चिकित्सालय ले गए, जहां बात करते-करते डॉ. घनश्याम ने दम तोड़ दिया। हत्या का आरोप बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरीश नरायन सिंह के भतीजे अजय नरायन सिंह पर लगा है।

सुल्तानपुर में हुई कार्यवाही के बाद भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हीरो बाचपेयी ने कहा कि अपराधियों की कोई जाति नहीं होती। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यवाही करने में कभी भी कोई भेद नहीं किया है। जैसी करनी-वैसी भरनी का सूत्र चलता है। जो लोग हमारी सरकार पर अंगुली उठाने की कोशिश कर रहे हैं पहले अपना गिरेबान झांक कर देखें। हमारी सरकार में अपराधी थर-थर कांप रहे हैं। इसके पहले सपा की सरकारों में दंगाई मुख्यमंत्री आवास के अतिथि होते थे। वर्ग विशेष के दंगाई कर्फ्यू में खुली जिप्सी लेकर कर घूमते थे। कांग्रेस ने तो पूरे देश को दंगों में झोंक कर सिखों का नरसंहार कराया है।