डिप्रेशन के इन 7 संकेतों को भूलकर भी ना करें नजरअंदाज, वरना मेंटल हेल्थ हो सकती है खराब
नई दिल्ली। आज के समय में कई लोग डिप्रेशन की समस्या से जूझ रहे हैं. यह एक मेंटल हेल्थ प्रोब्लम है, जिसका सही समय पर इलाज ना होने पर इंसान को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.आज हम आपको बताएंगे डिप्रेशन के उन 7 संकेतों के बारे में, जिन्हें नजरअंदाज करना आपकी मेंटल हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है.
अगर कोई व्यक्ति जरूरत से ज्यादा सो रहा है या फिर उसे बिल्कुल भी नींद नहीं आ रही है, तो इसका मतलब वह डिप्रेशन से पीड़ित है. समय पर काम पूरा ना कर पाना और किसी भी काम में मन ना लगना भी डिप्रेशन के ही संकेत हैं. इतना ही नहीं अवसादग्रस्त व्यक्ति को डिसीजन लेने में भी काफी मुश्किल होती है.
छोटी-छोटी बातों पर घबराहट होना, सांस फूलना, दिल की धड़कन का बढ़ जाना और ज्यादा पसीना आना भी डिप्रेशन के संकेत हैं. डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति में भूख लगने की फ्रीक्वेंसी और उनके वजन में अंतर देखने को मिल सकता है. कुछ लोगों को जरूरत से ज्यादा भूख लगती है. वहीं कुछ को काफी कम भूख लगती है.
खुद की भावनाओं पर नियंत्रण ना कर पाना और हर बात पर गुस्सा करना भी डिप्रेशन का ही संकेत हैं. डिप्रेशन का सबसे खतरनाक संकेत है मन में आत्महत्या के विचार आना. यह संकेत बताता है कि व्यक्ति पूरी तरह से अवसाद से ग्रसित हो चुका है.