दुनिया का एकमात्र पेड़ जिसे काटने पर निकलता है खून, इन बीमारियों के लिए है रामबाण इलाज
नई दिल्ली. मेडिकल साइंस की चमत्कारिक तरक्की के बावजूद भी प्रकृति में कई ऐसी चीजें हैं जिनके रहस्य और फायदे चौंकाने वाले हैं. ऐसी चीजों के बारे में वैज्ञानिक भी हैरान हैं. ऐसा ही एक पेड़ मौजूद है जो काटने के बाद लाल रंग का खून निकालता है. इस पेड़ से एकदम वैसा ही खून निकलता है जो इंसानों के खून जैसा होता है. लोग इस पेड़ से कई तरह के फायदे भी उठाते हैं.
आइए इस पेड़ के बारे में आज जानते हैं. दरअसल, इस पेड़ का नाम ब्लडवुड ट्री है और इसे किआट मुकवा या मुनिंगा भी कहते हैं. इसका साइंटिफिक नाम ‘सेरोकारपस एंगोलेनसिस’ है. यह पेड़ अफ्रीका में पाया जाता है. यह जिन देशों में पाया जाता है उनमें मोजाम्बिक, नामीबिया, तंजानिया और जिम्बाब्वे जैसे देश शामिल हैं. हालांकि अब यह अन्य जगहों पर भी पाया जाने लगा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये पेड़ सिर्फ एक विशेष परिस्थितियों में पाया जाता है. इस पेड़ को काटने के बाद इससे लाल रंग का खून निकलता है. असल में यह खून नहीं बल्कि पेड़ से निकलने वाला एक तरल पदार्थ होता है जो दिखने में इंसानों के खून जैसा दिखता है. लोग इसे खून की तरह मानते हैं.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस पेड़ की मदद से दवाएं बनती हैं और साथ ही पेड़ के जरिए खून से जुड़ी बीमारियों को भी ठीक किया जाता है. दाद, आंखों से जुड़ी समस्याएं, पेट की बीमारी, मलेरिया या गंभीर चोट को भी ठीक करने की शक्ति होती है. इस पेड़ के बारे में बात करें तो इसकी लकड़ी काफी कीमती होती है और महंगी बिकती है. पेड़ की औसत लंबाई 12 से 18 मीटर तक होती है.