अंबानी परिवार को जान से मारने व एंटीलिया को उड़ाने की धमकी से मचा हडकंप, बढाई गई सुरक्षा
मुंबई। महाराष्ट्र में दक्षिण मुंबई स्थित सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब रिलायंस अस्पताल और ’एंटीलिया’ को फोन काल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई। साथ ही, अंबानी परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी गई है। इधर, धमकी के बाद पुलिस ने एचएन रिलायंस अस्पताल और एंटीलिया की सुरक्षा बढ़ा दी है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति ने दक्षिण मुंबई के गिरगांव स्थित रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल के लैंडलाइन नंबर पर पहले दोपहर 12 बजकर 57 मिनट पर और फिर शाम को 5.04 बजे किसी अज्ञात नंबर से फोन किया। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआइएल) के एक प्रवक्ता ने कहा कि फोन करने वाले ने एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल को उड़ाने की धमकी दी और मुकेश अंबानी, उनकी पत्नी नीता अंबानी और दो बेटों आकाश और अनंत को जान से मारने की धमकी दी। काल करने वाले ने ’एंटीलिया’ को उड़ाने की भी धमकी दी। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ डीबी मार्ग पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है।
इसी साल अगस्त में एक जौहरी को अस्पताल में फोन करने और उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी देने के बाद गिरफ्तार किया गया था। फरवरी, 2021 में मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास एंटीलिया के पास विस्फोटकों से लदी एक स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) मिली थी। बाद में इस मामले में तत्कालीन पुलिस अधिकारी सचिन वाझे समेत कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
मिडडे के मुताबिक, पुलिस विभाग के सूत्रों ने बताया है कि फोन करने वाले ने अंबानी परिवार के तीन सदस्यों का नाम लिया, जिनमें आरआइएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी चेयरपर्सन और आरएफएच की संस्थापक शामिल हैं। इस घटना को मुंबई पुलिस ने बेहद गंभीरता से लिया है। एचएन रिलायंस अस्पताल और एंटीलिया में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। डीसीपी जोन 2 नीलोत्पल ने बताया कि हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि इस तरह की घटनाओं को किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मामले पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है और दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
हाल ही में केंद्र सरकार ने मुकेश अंबानी की सुरक्षा को जेड श्रेणी से बढ़ाकर जेड प्लस कर दिया है। इस साल की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने अंबानी को प्रदान की गई सुरक्षा कवर को चुनौती देने वाली त्रिपुरा उच्च न्यायालय के समक्ष दायर एक याचिका को खारिज करते हुए केंद्र सरकार को अंबानी परिवार को सुरक्षा प्रदान करना जारी रखने की अनुमति दी, क्योंकि वे भारत में कुछ प्रमुख कंपनियों का प्रबंधन कर रहे हैं।