अयोध्या, काशी, मथुरा के लिए योगी सरकार ने खोला खजाना, होंगी सुविधाएं विश्वस्तरीय
उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने अयोध्या, काशी व मथुरा के विकास के लिए खजाना खोल दिया है। इन शहरों में नई आवासीय योजना विकसित होंगी और इनमें सुविधाएं विश्वस्तरीय होंगी। मंगलवार को अपर मुख्य सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण की अध्यक्षता में हुई आवास विकास बोर्ड बैठक में बजट को मंजूरी दी गई। नए आवास आयुक्त डा. बलकार सिंह ने बताया कि अध्यात्मिक व सांस्कृतिक शहरों के विकास में कोई कोताही नहीं होगी। बोर्ड ने 3402.32 करोड़ रुपए के आय व व्यय का बजट पास किया है।
आवास विकास परिषद वित्तीय वर्ष 2024-25 में जमीनों के अधिग्रहण पर कुल 1540 करोड़ रुपए व्यय करेगा। इसमें से अकेले 1200 करोड़ रुपए केवल अध्योध्या, काशी व मथुरा में ही खर्च किए जाएंगे। इसमें अयोध्या में 600 करोड़, मथुरा और वाराणसी में तीन तीन सौ करोड़ रुपए खर्च होगा। इसके अलावा निर्माण और विकास पर आवास विकास आगामी वित्तीय वर्ष में 582.44 करोड़ रुपए खर्च करेगा। इसकी 80 प्रतिशत धनराशि इन्हीं शहरों के विकास पर व्यय होगी। इसके अलावा दूसरे विभागों के डिपाजिट कार्यों पर भी आवास विकास 644.21 करोड़ रुपए खर्च करेगा।
अयोध्या में पांच नए कुण्ड बनाएगा आवास विकास: उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद अयोध्या में पांच नए कुण्ड (नहाने के तालाब) बनाएगा। यह तालाब आवास विकास परिषद की अयोध्या योजना में प्रस्तावित पांच किलोमीटर लम्बे सरयू नहर के हिस्से में बनाए जाएंगे। इसमें सरयू नदी का पानी आएगा।
कई शहरों में भवनों और भूखण्डों की बुकिंग
आवास विकास वित्तीय वर्ष 2024-25 में कई आवासीय योजनाओं में भवनों व भूखण्डों की बुकिंग भी खोलेगा। इनमें आवास विकास की अयोध्या योजना प्रमुख है। यहां भी बड़े पैमाने पर मकानों व भूखण्डों का पंजीकरण खुलेगा। इसके अलावा वाराणसी तथा मथुरा-वृन्दावन में आवासीय योजनाएं आएंगी। इसी वजह से आवास विकास ने भवनों भूखण्डों की बिक्री से 1650 करोड़ रुपए की आय का लक्ष्य रखा है। पीएम आवास योजना120 करोड़ रुपए कमाएगा।