आईवीआरआई ने स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति और केंद्रीय कृषि मंत्री,भारत रत्न डॉ.राजेन्द्र प्रसाद की जयंती को” कृषि शिक्षा दिवस “के रूप में मनाया
बरेली , 05 दिसम्बर ।भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान में कल स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति और केंद्रीय कृषि मंत्री, भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती को ”कृषि शिक्षा दिवस“ के रूप में मनाया गया। इस दिन का उद्देश्य छात्रों को कृषि के विभिन्न पहलुओं और देश के विकास में इसकी प्रासंगिकता से अवगत कराना है, जिसका उद्देश्य उन्हें प्रेरित करना और कृषि के प्रति आकर्षित करना है। इस अवसर पर छात्रों के लिए अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया तथा विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
कृषि शिक्षा दिवस के अवसर पर बोलते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं संस्थान के संयुक्त निदेशक, शैक्षणिक डा. एस.के. मेंदीरत्ता ने छात्रों को कृषि शिक्षा दिवस की बधाई देते हुए कहा कि कृषि शिक्षा भविष्य के कृषि उद्यमियों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है, कृषि और पशुपालन प्रथाओं में नवाचार को बढ़ावा देता है। यह व्यक्तियों को स्थायी तकनीकों, व्यावसायिक कौशल और कृषि परिदृश्य को विकसित करने की क्षमता से लैस करता है। आकांक्षी कृषि उद्यमियों को सशक्त बनाना, यह खाद्य सुरक्षा, आर्थिक विकास और पर्यावरण स्थिरता सुनिश्चित करता है।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक, प्रसार शिक्षा डा. रूपसी तिवारी ने कहा कि आज यह दिन हमें अपने पुराने वैज्ञानिकों तथा कृषकों को याद करने का है जिन्होंने कृषि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया। उन्होंने कहा कि डा. एम. एस. स्वामीनाथन ने ‘हरित क्रांति’ कार्यक्रम के तहत ज़्यादा उपज देने वाले गेहूं और चावल के बीज ग़रीब किसानों के खेतों में लगाए गए थे। इस क्रांति ने भारत को दुनिया में खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बना दिया था। जिसके कारण आज भारत खाद्यान्न का निर्यात कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज देश में 75 कृषि विश्वविद्यालय हैं जिनमें 16 पशु चिकित्सा महाविद्यालय (15 पशु चिकित्सा महाविद्यालय तथा 1 डीम्ड यूनिवर्सिटी) है जो देश के कृषकों तथा पशुपालकों की सेवा में कार्यरत है। डा. रूपसी तिवारी ने कृषि में नये तकनीकों तथा आईसीटी टूल्स के प्रयोग करने पर बल दिया।
छात्र कल्याण अधिकारी डा. एस.के. साहा ने भी कृषि शिक्षा दिवस की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में 70 से अधिक छात्रों ने भाग लिया इस कार्यक्रम का आयोजन आईवीआरआई के छात्र कल्याण कार्यालय द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन डा. हिमानी धांजे द्वारा किया गया जबकि धन्यवाद ज्ञापन डा. अशोक कुमार द्वारा दिया गया। इस अवसर पर डा. असित दास , डा. अनीशा सहित छात्रगण उपस्थित रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट