उत्तर प्रदेश

आईवीआरआई में 6 दिवसीय रिफ्रेशर कार्यक्रम ऑन वेटनरी अल्ट्रासोनोग्राफी का समापन

बरेली , 10 नवम्बर। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के शल्य चिकित्सा विभाग द्वारा हिमाचल प्रदेश के पशुचिकित्साधिकारियों के लिए 6 दिवसीय रिफ्रेशर कार्यक्रम ऑन वेटनरी अल्ट्रासोनोग्राफी कार्यक्रम का कल समापन हो गया। इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के 10 पशुचिकित्साधिकारियों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम हिमाचल प्रदेश के पशुपालन विभाग द्वारा प्रायोजित किया जा रहा है।
समापन अवसर पर बोलते हुए संस्थान के रेफरल पोलीक्लीनिक के प्रभारी डॉ अमरपाल ने बताया कि पशु रोग निदान में अल्ट्रासोनोग्राफी का महत्व बहुत अधिक बड़ गया है उन्होने संस्थान में अल्ट्रासोनोग्राफी द्वारा विभिन्न कार्यों के बारे में भी बताया।
पशु पुनरुत्पादन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एम एच खान एन ने पशु प्रजनन में अल्ट्रासोनोग्राफी कि उपयोगिता के बारे में प्रकाश डाला उन्होने कहा कि अल्ट्रासोनोग्राफी के माध्यम से सीधी जांच तथा बहुत सी बीमारी का निदान हो सकता है ।
इस अवसर पर औषधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. डी. बी. मण्डल ने बीमारियों के निदान में अल्ट्रासोनोग्राफी से विभिन्न बीमारियों के निदान पर चर्चा की।
शल्य चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष तथा पाठ्यक्रम निदेशक डा. किरनीजीत सिंह ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में प्रगति आख्या प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों के अल्ट्रासोनोग्राफी की विभिन्न तकनीकों के बारे में विस्तार से बताया गया इसके अतिरिक्त प्रतिभागियों को हैण्डस ऑन ट्रेनिंग भी दी गयी । छात्रों द्वारा फीड बॅक प्रशिक्षण कार्यक्रम की सफलता को बताता है ।
कार्यक्रम का संचालन शल्य चिकित्सा विभाग के डा. ए.सी सक्सेना द्वारा किया गया जबकि धन्यवाद ज्ञापन डा. ए. गोपीनाथन द्वारा दिया गया । इस अवसर पर वन्यजीव प्रभारी डा. अभिजीत पावडे़, , डा. रोहित, डा. एस.के. मैती सहित विभाग के छात्र अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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