आशिक की चाहत, हत्यारिन बनी पत्नी: सास की मौत के बाद बढ़ी थी नजदीकियां, ट्रैक्टर से लगाई लाश ठिकाने, पढ़ें कहानी
हमीरपुर| हमीरपुर जिले में प्रेम-प्रसंग में बाधक बन रहे पति को पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर शनिवार रात मौत के घाट उतार दिया। शव को ट्रैक्टर में ले जाकर बेरी तिराहा के पास सड़क पर पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया। रविवार सुबह पुलिस के सीसीटीवी खंगालने पर घटना की जानकारी हुई। पुलिस ने मृतक की बहन की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
कस्बा के वार्ड नंबर नौ निवासी कामता प्रसाद अनुरागी (36) पुत्र छिद्दू की उसकी पत्नी अंजू ने क्षेत्र के पारा शंकरपुर गांव निवासी प्रेमी वीरेंद्र सिंह के साथ मिलकर घर में हत्या कर दी। हत्या के बाद इसे दुर्घटना बनाने के लिए वीरेंद्र ने शव को ट्रैक्टर में लादकर बेरी तिराहे के पास सड़क पर पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया। घर से ट्रैक्टर में शव रखकर निकलते व गड्ढे में फेंकने की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
वहीं, गश्त कर रही यूपी 112 पुलिस ने शव पड़ा देखा। पुलिस ने मौके से गुजर रहे लोगों से कामता की शिनाख्त कराई और पत्नी को बुलाकर उसके जिंदा होने की आशंका पर अस्पताल भेजा। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। संदिग्ध हालात में मौत मानते हुए पुलिस ने जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसके बाद मृतक की पत्नी ट्रैक्टर चालक वीरेंद्र को हिरासत में ले पूछताछ की।
इसमें प्रेम प्रसंग के चलते हत्या की बात सामने आई। मृतक की बहन रानी की तहरीर पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। मृतक का एक 11 वर्षीय बेटा व तीन छोटी बेटियां हैं। कोतवाली प्रभारी श्रीप्रकाश यादव ने बताया कि अवैध संबंधों के चलते युवक की हत्या की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
कुरारा कस्बे में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को ही मौत के घाट उतार दिया। पूरे क्षेत्र में घटना चर्चा का विषय रही है। पति-पत्नी के रिश्ते को भी शर्मसार कर दिया। पत्नी ने खुद ही अपना परिवार उजाड़ दिया। बता दें कि कामता की मां की मौत के बाद उसकी पत्नी की दूर के रिश्तेदार वीरेंद्र से नजदीकियां अधिक बढ़ गई। पहले आना जाना रहता था। बीते छह माह से वह मृतक के परिवार के साथ रह रहा था।
वहीं उसने आमदनी बढ़ाने की सलाह दे कामता को तीन माह पूर्व एक ट्रैक्टर भी खरीदवाया। जिसे वीरेंद्र चलाता था। मृतक कामता का पिता छिद्दू बिवांर गांव का मूल निवासी था और पीडब्ल्यूडी में बारामासी (मजदूर) के पद पर रहा। 20 वर्ष पूर्व गांव में विवाद होने के चलते उसने कुरारा कस्बा के वार्ड नंबर नौ में बेरी रोड पर प्लाट खरीदा, जिसमें मकान बनवाकर अपने परिवार के साथ रहने लगा।
छिद्दू की मौत के बाद उसका इकलौता पुत्र कामता घर संभालने लगा और बहनों की शादी कर दी। कोरोना काल में मृतक की मां की भी मौत हो गई। इसके बाद उसके दूर के रिश्तेदार वीरेंद्र सिंह का उसके घर आना जाना शुरू हो गया। धीरे-धीरे मृतक की पत्नी अंजू व वीरेंद्र सिंह की प्रेम कहानी परवान चढ़ने लगी। बीते छह माह से वह मृतक के परिवार के साथ कस्बे में रहने लगा।
तीन माह पूर्व कामता ने ट्रैक्टर खरीदा, जिसे वीरेंद्र चलाता था। इसी दौरान प्रेम में बाधक बन रहे पति को रास्ते से हटाने के लिए अंजू ने वीरेंद्र के साथ मिलकर कहानी गढ़ी और शनिवार रात उसे अंजाम दे दिया। शव को ट्रैक्टर में रखकर करीब 12 बजे बेरी तिराहे के पास सड़क के गड्ढे में फेंक कर ट्रैक्टर वापस घर में खड़ा कर वीरेंद्र अपने गांव पारा शंकरपुर घर चला गया।
कामता के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने बताया कि गला घोंटकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई है। शरीर में किसी प्रकार के चोटों के निशान नहीं पाए गए है।
आरोपी द्वारा मृतक के घर में घटना को अंजाम देने के बाद वहां से करीब 100 मीटर दूर सड़क पर बने गड्ढे में भरे पानी में शव को फेंक दिया। मोहल्लेवासियों के अनुसार शव तरह पानी में नहीं गिरा आधा बाहर निकला रहा। यदि पूरा चला जाता तो शायद किसी को न दिखता और वहां से निकलने वाले वाहनों से कुचल जाता और लोग दुर्घटना मानते।
पुलिस शनिवार रात करीब 12 बजे हुई घटना की तह तक रविवार सुबह छह बजे तक पहुंच गई। एसपी डाॅ. दीक्षा शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम में गला घोंटकर हत्या किए जाने की बात सामने आई है। कहा कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने पहले ही हत्या का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।