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एएससीआई वार्षिक शिकायत रिपोर्ट 202-23: डिजिटल विज्ञापनों की जाँच में तेजी के बाद उल्लंघनकर्ता सेक्टर की सूची में गेमिंग सबसे ऊपर

~ उल्लंघनों में डिजिटल मीडिया सबसे आगे: संसाधित 75% विज्ञापन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर पाए गए ~
~ रियल मनी गेमिंग, शिक्षा और स्वास्थ्यसेवा उल्लंघन करने वालों की सूची में सबसे ऊपर ~
~ 7,928 विज्ञापनों की जाँच, पिछले दो वर्षों में दोगुनी वृद्धि ~
~ जाँचे गए सेलेब्रिटी विज्ञापनों में 97% उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम द्वारा अनिवार्य यथोचित तत्परता का प्रमाण देने में असफल रहे

मई, 2023: एडवर्टाइज़िंग स्टैंडर्ड्स काउन्सिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) ने वर्ष 2022-23 के लिए अपनी वार्षिक शिकायत (एनुअल कम्‍प्‍लेंट) रिपोर्ट जारी की है, जिसमें विज्ञापनों से संबंधित अनेक चौंकाने वाली टिप्पणियाँ शामिल हैं। ये टिप्पणियाँ विशेष रूप से डिजिटल क्षेत्र में किए गए विज्ञापनों से संबंधित हैं। संबंधित अवधि के दौरान एएससीआई ने प्रिंट, डिजिटल और टेलीविज़न सहित विभिन्न मीडिया में किए गए 7,928 विज्ञापनों की समीक्षा की। एएससीआई ने विज्ञापनों की जाँच में पिछले 2 वर्षों में करीब दोगुना वृद्धि की है। टीवी और प्रिंट मीडिया में विज्ञापन करने वाले सबसे अधिक अनुपालक बने हुए हैं, जिनका अनुपात 94% है, जबकि डिजिटल विज्ञापनों के कारण समग्र अनुपालन का स्‍तर 81% के निम्न स्तर पर है। इस प्रकार, डिजिटल विज्ञापन न केवल प्रमुख उल्लंघनकर्ता बन कर सामने आए हैं जैसा कि संसाधित विज्ञापनों का 75% डिजिटल क्षेत्र है, बल्कि वे सबसे कम आज्ञापालक भी साबित हुए हैं। यह ऑनलाइन क्षेत्र में उपभोक्ताओं की सुरक्षा के दृष्टिकोण से गंभीर चिंता का विषय है।
रिपोर्ट के अनुसार, रियल मनी गेमिंग उद्योग सर्वाधिक उल्लंघनकर्ता क्षेत्र के रूप में उभर कर शिक्षा के क्षेत्र से आगे निकल गया है और उल्लंघन की सूची में पाँचवें स्थान से प्रथम स्थान पर आ गया है। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए एएससीआई द्वारा समीक्षा किए गए गेमिंग विज्ञापनों की विशाल संख्या (92%) द्वारा रियल मनी गेमिंग के लिए दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया गया, जिन्होंने उपभोक्ताओं को वित्तीय नुकसान और लत लगने के जोखिम के बारे में सूचित करने में चूक की। यह क्षेत्र सबसे कम अनुपालन करने वाले के रूप में भी बदनाम रहा, जिसने ध्यान दिलाने के बाद भी केवल 50% विज्ञापनों को स्वेच्छा से संशोधित किया। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि एएससीआई ने दिसम्बर 2020 में रियल मनी गेमिंग सेक्टर के लिए अपना दिशानिर्देश जारी किया था, और उसके बाद सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए सभी पक्षों के लिए परामर्श जारी किया था।
रिपोर्ट में सेलिब्रिटीज को दिखाकर भ्रामक विज्ञापनों की संख्या में तेज वृद्धि का भी खुलासा किया है। एएससीआई ने पिछले वर्ष के इस प्रकार के 55 विज्ञापनों की तुलना में 503 विज्ञापनों को संसाधित किया, जिसकी वृद्धि दर 803% है। इन विज्ञापनों में से 97% में सेलिब्रिटीज उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम द्वारा अनिवार्य किए गए यथोचित तत्परता का प्रमाण देने में असफल रहे। यह एक और गंभीर मुद्दा है, क्योंकि सेलिब्रिटीज को दिखाने वाले विज्ञापनों का उपभोक्ताओं पर काफी ज्यादा असर होता है।
इसके अलावा, इन्फ्लुएंसर उल्लंघनों का अनुपात 26% था, जहाँ उनके विरुद्ध 2,039 विज्ञापनों को संसाधित किया गया था। पर्सनल केयर, खाद्य एवं पेय तथा फैशन और लाइफस्टाइल सहित विभिन्न श्रेणियाँ इन्फ्लुएंसर-सम्बंधित उल्लंघनों की सूची में सबसे ऊपर थे।
एएससीआई द्वारा आर्टिफिशल इंटेलिजेंस आधारित ट्रैकिंग प्रणाली अपनाए जाने के कारण, विज्ञापनों की रफ्तार और संसाधित किए जाने वाले विज्ञापनों की विशाल संख्या जैसी चुनौतियों के बावजूद डिजिटल मीडिया की प्रभावकारी जाँच की इसकी क्षमता मजबूत हुई है। यह दर्शाता है कि जिम्मेदार विज्ञापन पद्धतियों को बढ़ावा देने और उपभोक्ता अधिकार की रक्षा करने के प्रति अपनी वचनबद्धता के मामले में आत्म-नियंत्रित संगठनों की दृढ़ता बरकरार है।
एएससीआई वार्षिक शिकायत रिपोर्ट विभिन्न विज्ञापनदाताओं, प्लेटफॉर्म्स और विनियामकों के लिए एक आह्वान है कि वे सहयोग करें और एक सुरक्षित वातारण का निर्माण तथा उपभोक्ताओं का भरोसा मजबूत करें।
एएससीआई के चेयरमैन, एनएसराजन ने कहा, “डिजिटल विज्ञापन का परिदृश्य सचमुच हम सभी के लिए चुनौतीपूर्ण है और एएससीआई कोई अपवाद नहीं है। एआई आधारित साधनों के माध्यम से अपनी चौकसी को बढ़ाने और एक मजबूत शिकायत प्रबंधन व्यवस्था से एएससीआई ने इस गतिशील वातावरण के साथ गति बनाए रखी है। उपभोक्ताओं की नई चिंताओं को परिलक्षित करने के लिए हमारी आचार संहिता को अद्यतन करने से एएससीआई कोड्स को समसामयिक बनाए रखना सुनिश्चित होता है। हम पारदर्शिता और भविष्य में सामने आने वाली विशेषज्ञता के साथ भारतीय विज्ञापन उद्योग के विवेक के रक्षक के रूप में लगातार काम करते रहेंगे।”
एएससीआई की सीईओ और महासचिव, मनीषा कपूर ने कहा, “वर्ष 2022-23 के लिए शिकायतों का विश्लेषण साफ तौर पर दर्शाता है कि उल्‍लंघन करने वाले विज्ञापनों के मामले में डिजिटल माध्यम सबसे आगे है। यह ऑनलाइन उपभोक्ता सुरक्षा और भरोसे के विषय में भारी चिंता पैदा करता है। विज्ञापनदाताओं, कॉन्टेंट निर्माताओं और प्लेटफॉर्म्स को उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने के लिए तत्‍काल इस समस्या को दूर करने के लिए निश्चित रूप से एकजुट होना चाहिए। इसके अलावा, उल्लंघन करने वाले गेमिंग विज्ञापनों की तेजी से बढ़ती संख्या पर उद्योग को गंभीरता से ध्यान देने की जरुरत है।”

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