एक्सिस बैंक नेशनल कैंसर ग्रिड और टाटा मेमोरियल सेंटर को देगा सहायता
और ऑन्कोलॉजी में रिसर्च, इनोवेशन तथा डिजिटल स्वास्थ्य अपनाने की प्रक्रिया के विस्तार के लिए करेगा 100 करोड़ रुपये का योगदान
• भारत में कैंसर देखभाल के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए शुरू की 5 साल की साझेदारी
• यह साझेदारी कैंसर देखभाल तक पहुंच बढ़ाने, अनुसंधान कार्यक्रमों के वित्तपोषण और ऑन्कोलॉजी में डिजिटल क्षमताओं का निर्माण करने की दिशा में काम करेगी
• प्रमुख परियोजनाओं में नेशनल ट्यूमर बायोबैंक, कैंसर टेलीकंसल्टेशन नेटवर्क और ऑन्कोलॉजी-विशिष्ट इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड (ईएमआर) को वित्त पोषित करना और स्थापित करना शामिल है
भारत में निजी क्षेत्र के अग्रणी बैंकों में से एक, एक्सिस बैंक ने नेशनल कैंसर ग्रिड (एनसीजी) में 100 करोड़ रुपये का योगदान देने का वादा किया है। यह ग्रिड भारत में 300 से अधिक कैंसर केंद्रों का एक बड़ा नेटवर्क है, जो देश में कैंसर देखभाल के मानक में सुधार के लिए काम कर रहा है। नेटवर्क का समन्वय टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल (टीएमएच) करता है, जो टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी) की एक इकाई है। 5 साल की यह साझेदारी कैंसर देखभाल की पहुंच बढ़ाने, कैंसर अनुसंधान को आगे बढ़ाने और एनसीजी से संबद्ध 300 से अधिक कैंसर केंद्रों में डिजिटल स्वास्थ्य अपनाने में क्रांतिकारी बदलाव लाने की दिशा में काम करेगी। कार्यक्रम के अंग के रूप में, एक्सिस बैंक नेशनल ट्यूमर बायोबैंक, नेशनल कैंसर टेलीकंसल्टेशन नेटवर्क और ऑन्कोलॉजी-विशिष्ट इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड (ईएमआर) जैसी प्रमुख परियोजनाओं की स्थापना में मदद करेगा, जो भारत में कैंसर के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। महत्वपूर्ण बात यह है कि यह पहल देश भर में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के उपयोग सहित डिजिटल स्वास्थ्य अपनाने की प्रक्रिया बढ़ाने के भारत सरकार के प्रयासों के अनुरूप है।
इस सहयोग के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर से जुड़े समारोह में एक्सिस बैंक के उप प्रबंध निदेशक, श्री राजीव आनंद और अन्य गणमान्य व्यक्ति- डॉ. सुदीप गुप्ता, निदेशक, टीएमसी; डॉ. सी. एस. प्रमेश, निदेशक, टीएमएच और संयोजक, एनसीजी; डॉ. मंजू सेंगर, प्रोफेसर एवं मेडिकल ऑन्कोलॉजी प्रमुख, टीएमएच; डॉ. निकेश आर. शाह, सीईओ, नेशनल कैंसर ग्रिड-कोइता सेंटर फॉर डिजिटल ऑन्कोलॉजी (एनसीजी-केसीडीओ); रिज़वान कोइता, निदेशक, कोइता फाउंडेशन; सुश्री सुनीता राव, महाप्रबंधक, धन संचय, टीएमएच और सुश्री सुरभि गोयल, सीओओ, कोइता फाउंडेशन मौजूद रहे।
यह सहयोग तीन रणनीतिक क्षेत्रों पर केंद्रित होगा-
1. कैंसर देखभाल पहुंच और गुणवत्ता में सुधार:
• कैंसर से पीड़ित मरीज़ों को विशेषज्ञ की राय लेने, स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों से संपर्क करने और घर के नज़दीक देखभाल जारी रखने, समयबद्धता में सुधार लाने और देखभाल की लागत कम करने में मदद करने के लिए पूरे भारत में राष्ट्रीय कैंसर टेलीकंसल्टेशन नेटवर्क स्थापित किया जाएगा
• क्लिनिकल डिसीजन सपोर्ट सॉल्यूशंस की स्थापना साक्ष्य आधारित क्लिनिकल प्रोटोकॉल को डिजिटल समाधान बनाकर कैंसर देखभाल का मानकीकरण करेगी
2. कैंसर अनुसंधान और नवोन्मेष को आगे बढ़ाना:
• इस पहल का एक केंद्रीय घटक, नेशनल ट्यूमर बायोबैंक कैंसर अनुसंधान में वैज्ञानिक प्रगति को बढ़ावा देने के लिए अग्रणी कैंसर अस्पतालों के साथ जुड़कर, पूरे देश से नैदानिक एनोटेशन के साथ ट्यूमर टिशू, रक्त, रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी के इमेज का एक भंडार स्थापित करेगा
• दुर्लभ कैंसर और असाधारण रेसपॉन्डर पर विशेष जोर देने वाली एक राष्ट्रीय डिजिटल कैंसर रजिस्ट्री, एक मजबूत कैंसर डेटाबेस के माध्यम से कैंसर से पीड़ित रोगियों और देखभाल के पैटर्न के बारे में ताज़ा और सटीक जानकारी के साथ विश्वसनीय डाटा संचालित करेगी। यह कैंसर अनुसंधान, नीतिगत निर्णयों और कैंसर नियंत्रण पहलों के प्रभाव पर नज़र रखने के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा
3. डिजिटल क्षमता निर्माण को सक्षम करना:
• क्लिनिकल डेटा प्रबंधन को बढ़ाने, व्यक्तिगत रोगी स्वास्थ्य रिकॉर्ड को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य देखभाल वितरण में सुधार के लिए कई एनसीजी नेटवर्क अस्पतालों में ऑन्कोलॉजी-विशिष्ट इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड (ईएमआर) तैनात किए जाएंगे
• एनसीजी आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के उपयोग सहित कैंसर के रोगियों के लिए हेल्थकेयर डेटा इंटरऑपरेबिलिटी बढ़ाने में नेटवर्क अस्पतालों का भी समर्थन करेगा
• स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली में सुधार के संबंध में टास्क-शिफ्टिंग सहित क्षमता निर्…