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एनर्जी रिवोल्यूशन: अदाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी दिखाती है कि कैसे इनोवेशन के माध्यम से भविष्य को आकार दिया जा सकता है


लंदन, 26 मार्च 2024: आज, यूके के लंदन स्थित साइंस म्यूजियम ने “एनर्जी रिवोल्यूशन: अदाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी” की शुरुआत की है। यह एक प्रमुख निःशुल्क गैलरी है, जो इस बात की पड़ताल करती है कि कैसे दुनिया क्लाइमेट चेंज के खतरों को कम करने के लिए तत्काल कार्बन उत्सर्जन को घटाते हुए, अधिक टिकाऊ तरीके से ऊर्जा का उत्पादन और उपयोग कर सकती है। यूके और विदेशों से प्राप्त आधुनिक और ऐतिहासिक वस्तुओं के आकर्षक प्रदर्शनों, इंटरैक्टिव डिजिटल प्रदर्शनी और विशेष रूप से बनाए गए मॉडलों के माध्यम से, यह गैलरी दिखाती है कि मानव कल्पना और इनोवेशन अतीत, वर्तमान व भविष्य को कैसे आकार देते हैं और यह बताती है कि हम सभी अपने ऊर्जा भविष्य को तय करने में किस तरह अपनी भूमिका निभा सबाएं से दाएं: “एनर्जी रिवोल्यूशन ” प्रदर्शनी का नज़ारा, जिसमें घूमते हुए दर्शक दिख रहे हैं। “एनर्जी रिवोल्यूशन” प्रदर्शनी में दर्शक पैराबोलिक कुंड, सोलर मिरर को देख रहे हैं।

एनर्जी रिवोल्यूशन : अदाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी, कल्पना के लेंस के जरिए इस सदी की निर्णायक चुनौती की तलाश कर रही है और इसके अंतर्गत तीन सेक्शंस आते हैं। फ्यूचर प्लानेट सेक्शन में, आप देखेंगे कि वैज्ञानिक किस तरह जटिल कंप्यूटर मॉडल्स की मदद से हमारी पृथ्वी को समझने की कोशिश कर रहे हैं। यह मॉडल्स, खासकर जलवायु को लेकर पृथ्वी के भविष्य के बारे में जानकारी देते हैं कि आने वाले समय में जलवायु कैसा हो सकता है। फ्यूचर एनर्जी सेक्शन में, दो पहलू हैं, यह दिखाता है कि किस तरह नई टेक्नोलॉजी ऊर्जा को बनाने और इस्तेमाल करने के तरीके को बदल रही हैं। साथ ही, यह उन लोगों को भी सम्मानित करता है जो इन टेक्नोलॉजी को बना रहे हैं। दूसरा पहलू इतिहास की चीज़ों को दिखाकर, जीवाश्म ईंधन से दूर होने के लंबे सफर को दर्शाता है। हमारा भविष्य एक नई दुनिया की ओर इशारा करता है, जिसका सपना देखा जा रहा है। इसमें यह दिखाया गया है कि कैसे बच्चे अपने क्रिएटिव आइडियाज से यह बता रहे हैं कि भविष्य में दुनिया को किस तरह से ऊर्जा की जरूरतें पूरी होंगी। इन बच्चों के विचारों के साथ विशेषज्ञों के जवाब भी प्रदर्शित किए गए हैं।
गैलरी के केंद्र में “ओन्ली ब्रेथ” नामक एक मूविंग स्कल्पचर है, जो तकनीकी बदलाव को प्रेरित करने के लिए प्रकृति की शक्ति को दर्शाता है। केंद्र से बाहर की ओर चबूतरे बने हुए हैं जिनपर लो-कार्बन रिन्यूएबल एनर्जी टेक्नोलॉजी को प्रदर्शित किया गया है। ये भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इसमें न्यूक्लियर, हाइड्रोजन, सोलर, विंड और ज्वारीय ऊर्जा जैसी तकनीकें शामिल हैं। साथ ही, उल्लेखनीय ऐतिहासिक इनोवेशंस को भी प्रदर्शित किया गया है जो हमें याद दिलाते हैं कि बड़े बदलाव संभव हैं और लो-कार्बन एनर्जी ट्रांजीशन के लिए ज़रूरी कई तकनीकें पहले से ही मौजूद हैं। इस सेक्शन में प्रदर्शित वस्तुओं में स्कॉटिश रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी ऑर्बिटल मरीन पावर द्वारा बनाया गया 7 मीटर लंबा ज्वारीय टरबाइन ब्लेड और 1897 में लंदनवासियों द्वारा पसंद की जाने वाली पहली इलेक्ट्रिक टैक्सी, बर्सी कैब शामिल हैं।
इस गैलरी में इलेक्ट्रिफिकेशन, एनर्जी स्टोरेज और सप्लाई व डिमांड की चुनौतियों को समझाया गया है। यहां आने वाले लोग इंटरैक्टिव गेम खेल सकते हैं और मॉडल के जरिए यह सीख सकते हैं कि बिजली कैसे बनाई और पहुंचाई जाती है। यहां लो-कार्बन ट्रांसपोर्ट के तरीकों, बिल्डिंग व कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्रीज को कम कार्बन उत्सर्जन करने वाला बनाने के बारे में भी बताया गया है। साथ ही, यहां आने वाले लोग क्लाइमेट मॉडलिंग के बारे में भी सीख सकते हैं और जलवायु को मापने वाले उपकरणों को देख सकते हैं।
एनर्जी रिवोल्यूशन को पुरस्कार विजेता आर्किटेक्ट्स, अननोन वर्क्स द्वारा बनाया गया है। इसे बनाने में सस्टेनेबल डिजाइन का खास ख्याल रखा गया है। इसमें इस्तेमाल की गईं ज्यादातर अलमारियां साइंस म्यूजियम के पुराने स्टोर की हैं, जिन्हें दोबारा इस्तेमाल में लाया गया है। इस गैलरी को बनाने में कार्बन उत्सर्जन पर भी नजर रखी गई है और जहां संभव था, वहां पुन:प्रयोग करने योग्य एल्यूमीनियम का इस्तेमाल किया गया है।
“एनर्जी रिवोल्यूशन” गैलरी के शीर्ष प्रायोजक अदाणी ग्रीन एनर्जी हैं, जो भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी है। अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के कार्यकारी निदेशक, सागर अदाणी ने कहा, “साइंस म्यूजियम ने एनर्जी ट्रांजीशन पर दुनिया की सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनी को एक साथ रखा है। दुनिया की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में से एक के रूप में, हम नेट-जीरो की दिशा में प्रगति करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और क्लाइमेट चेंज के खिलाफ लड़ाई में शिक्षा से बड़ा कोई संसाधन नहीं है। गैलरी के प्रायोजन के माध्यम से, हमारा लक्ष्य युवा मस्तिष्क, वैज्ञानिकों और इनोवेटर्स को स्वच्छ ऊर्जा द्वारा संचालित भविष्य की कल्पना करने और कार्बन-मुक्त दुनिया बनाने के लिए प्रेरित करना है। यह उनकी रुचि, जिज्ञासा और जागरूकता को बढ़ावा देने और क्लीन टेक्नोलॉजीज बनाने में उनकी सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करने की एक पहल है। यह गैलरी ग्लोबल कम्युनिटी को ऊर्जा दक्षता, स्वच्छ ऊर्जा अपनाने और कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने की दिशा में बदलाव लाने के लिए एक साथ लाती है।”
साइंस म्यूजियम ग्रुप के निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सर इयान ब्लैचफोर्ड ने कहा, “एक ऐसे सप्ताह में जब हम म्यूजियम में यूके के निवासियों द्वारा रिकॉर्ड करीब 22 लाख विजिट्स का जश्न मना रहे हैं, जिसमें 10 लाख बच्चे शामिल हैं, यह आश्चर्यजनक गैलरी आगामी सालों में आने वालों के बीच जिज्ञासा को और भी अधिक जगाने का काम करेगी, जो दुनिया के लिए अधिक टिकाऊ तरीके से ऊर्जा पैदा करने और उपयोग करने की तत्काल आवश्यकता के बारे में महत्वपूर्ण चर्चा को आगे बढ़ाने का काम करती है। हमारे क्यूरेटरों ने एक प्रेरणादायक अनुभव बनाया है, जिसे कलाकारों से लेकर विशाल वस्तुओं को सुरक्षित रूप से प्राप्त करने, संरक्षित करने और ट्रांसपोर्ट करने में शामिल लोगों तक सैकड़ों लोगों के समर्थन से, और निश्चित रूप से, बड़ा दिल रखने वाले हमारे स्पांसर अदाणी ग्रीन एनर्जी से धन प्राप्त हुआ है।

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