कोचिंग छोड़ सेल्फ स्टडी पर किया फोकस,पापा के सपने को पूरा करने के लिए कई संघर्षों का सामना करते हुए तपस्या बनी IAS
नई दिल्ली: भारत में हर स्टूडेंट का सपना होता है कि वह यूपीएससी की परीक्षा पास करें. यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए स्टूडेंट काफी मेहनत करते हैं.हर साल लाखों की संख्या में विद्यार्थी इस परीक्षा को देते हैं लेकिन इसमें सफल कुछ अभ्यर्थियों पाते हैं. इस परीक्षा को देश के सबसे कठिन परीक्षाओं में एक माना जाता है.
कुछ ऐसे अभ्यर्थी होते हैं जो अपनी कठिन परिश्रम और लगन के कारण इस परीक्षा में सफलता हासिल कर लेते हैं.इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए कि अपना सब कुछ भूल कर रात दिन पढ़ाई करते हैं. आज हम आपको एक ऐसी लड़की कहानी बताने वाले हैं, जिन्होंने बिना कोचिंग के इस कठिन परीक्षा को पास कर दिखाया. आज हम आपको मध्य प्रदेश के तपस्या परिहार के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होंने 2017 में यूपीएससी की परीक्षा पास की और 23 वां अंक हासिल किया.
तपस्या मूल रूप से मध्य प्रदेश की रहने वाली है और उन्होंने अपनी प्रारंभिक परीक्षा यहीं से पूरी की. उसके बाद उन्होंने पुणे से लॉ की डिग्री हासिल की.
पहले प्रयास में मिली असफलता –
पहले प्रयास में तपस्या को सफलता हासिल नहीं हो पाई. जिसके बाद उन्होंने दूसरे प्रयास में कड़ी मेहनत की और सेल्फ स्टडी पर फोकस किया. दूसरे प्रयास में तपस्या ने ज्यादा से ज्यादा खुद से नोट्स बनाया और पिछले साल का क्वेश्चन पेपर सॉल्व किया.तपस्या ने बिना कोचिंग पढ़ाई की. उन्होंने अपने स्ट्रेटजी को बदला और कड़ी मेहनत करने लगी.
परिवार का मिला सहयोग –
आपको बता दें कि तपस्या की पिता विश्वास परिहार एक किसान है. तपस्या के चाचा एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और उन्होंने तपस्या का खूब सहायता किया. इस संघर्ष में उनकी दादी ने भी उनका खूब साथ दिया. जब तपस्या ने यूपीएससी की तैयारी करने का इच्छा जाहिर की तब उनके परिवार ने उनका बहुत साथ दिया. इस दौरान उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना हो इस बात का ख्याल उनके परिवार ने रखा. तपस्या की कहानियां मैया बताती है कि अगर हम ठान ले तो कुछ भी हासिल कर सकते हैं.