क्या आप जानते है मरने के बाद क्यों बोला जाता है RIP, बहुत लोगों को नहीं पता इसका सही मतलब
अक्सर लोग किसी के खत्म हो जाने के बाद ‘RIP’ शब्द का इस्तेमाल करते हैं. वैसे तो RIP शॉर्ट फॉर्म है, लेकिन अब इसे शब्द की तरह इस्तेमाल किया जाने लगा है. कई लोगों को इस शब्द का सही मतलब और फुल फॉर्म भी पता नहीं होता है, लेकिन किसी के गुजर जाने के बाद इस शब्द के जरिए अपना दुख प्रकट करते हैं.
जानिए क्या है RIP का सही मतलब
हो सकता है कि कुछ लोग इसका मतलब जानते हों, लेकिन ज्यादातर लोग लोग इस शब्द के मतलब से पूरी तरह अनजान हैं. आज हम आपको बताएंगे कि इस शब्द का सही मतलब क्या है. इसके अलावा इस शब्द की शुरुआत कब और कैसे हुई, इसके बारे में भी बताएंगे. आपने देखा होगा कि कई लोग RIP को ‘Rip’ लिख देते हैं. इस ‘Rip’ का मतलब काटना होता है.
लैटिन फ्रेज से निकला RIP
दूसरी तरफ RIP एक Acronym है. इसका फुल फॉर्म ‘Rest In Peace’ होता है. बता दें कि Rest In Peace की उत्पत्ति लैटिन फ्रेज ‘Requiescat In Pace’ से हुई है. Requiescat In Pace का मतलब होता है ‘शांति से सोना’. हिंदी में इस शब्द का संदर्भ है ‘आत्मा को शांति मिले’. ईसाई धर्म में माना जाता है कि मृत्यु के बाद ‘आत्मा’ शरीर से अलग हो जाती है और ‘जजमेंट डे’ के दिन दोनों फिर से मिल जाएंगे.
18वीं शताब्दी से हुई शुरुआत!
Requiescat In Pace के बारे में कहा जाता है कि कोई व्यक्ति अगर चर्च की शांति में मरता है तो उसकी आत्मा का मिलान जीसस क्राइस्ट से होता है. RIP शब्द का इस्तेमाल 18वीं शताब्दी से माना जाता है. इससे पहले 5वीं शताब्दी में मरने के बाद कब्रों पर ‘Requiescat In Pace’ शब्द लिखे मिले हैं. ईसाई धर्म से इस शब्द का प्रचलन बढ़ा. इसके बाद यह शब्द ग्लोबल हो गया.