क्यों ज्यादातर आईपीएस एक आईएएस अफसर के सामने अपनी कैप नहीं पहनते? वजह जानकर घूम जाएगा दिमाग
नई दिल्ली। भारत में UPSC के सिविल सर्विसेज एग्जाम को क्रैक करने वाले कैंडिडेट्स आईएएस और आईपीएस पद के लिए सेलेक्ट होते हैं. वहीं, आईएएस और आईपीएस के पद की बात की जाए, तो एक आईएएस ऑफिसर का पद एक आईपीएस ऑफिसर के पद से बड़ा होता है. इसलिए आपने देखा होगा कि अक्सर एक आईएएस के आने पर एक आईपीएस ऑफिसर को उन्हें सैल्यूट करना पड़ता है. इसके अलावा बात करें आज के मुद्दे की, तो क्या आपने कभी गौर किया है कि आखिर एक IPS अफसर एक IAS के सामने अपनी कैप क्यों नहीं पहनता है. अगर नहीं, तो आइए आज हम आपको इसके पीछे की वजह के बारे में बताते हैं.
बात करते हैं कि ज्यादातर आईपीएस अफसर क्यों एक आईएएस अफसर के सामने अपनी कैप क्यों नहीं पहनते? तो बता दें कि जब IPS ऑफिसर एक IAS के साथ मीटिंग में जाते हैं, तो आईपीएस ऑफिसर को आईएएस ऑफिसर को सैल्यूट करना होता है, लेकिन ऐसा तभी करना होगा जब एक आईपीएस अपनी फुल यूनिफॉर्म में होगा, अगर एक आईपीएस ने अपनी कैप नहीं पहनी है, तो वे आईएएस ऑफिसर को सैल्यूट करने के लिए बाध्य नहीं होंगे. इसलिए अक्सर ज्यादातर आईपीएस एक आईएएस ऑफिसर के सामने अपनी कैप नहीं पहनते हैं.
आईएएस और आईपीएस, दोनों ही ऑल इंडिया सर्विसेज हैं, लेकिन दोनों की कैडर कंट्रोलिंग अथॉरिटी अलग-अलग है. आईएएस और आईपीएस, दोनों ही देश की पावरफुल पोस्ट पर तैनात होते हैं. बात करें एक आईएएस की, तो वे डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और प्रमोट होने के बाद मुख्य सचिव तक जाते हैं, उनके पास जिले के सभी विभागों की जिम्मेदारी होती है. वहीं, बात करें आईपीएस की, तो उनके पास केवल उनके विभाग की जिम्मेदारी होती है.