जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक सम्पन्न
बरेली, 19 मई। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में कल जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक विकास भवन सभागार में सम्पन्न हुई।
जिला पर्यावरण समिति की बैठक में नगर निगम द्वारा बताया गया कि सथरापुर में निर्माणाधीन सॉलिड वेस्ट प्लांट के चारों ओर 200 मीटर का बफर जोन का निर्धारण कर दिया गया है। जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देशदिये कि बफर जोन में नो कन्स्ट्रक्शन के साइनेज बोर्ड आगामी एक सप्ताह के अन्दर लगा दिये जाये। बाकरगंज स्थित लीगेसी की मात्रा लगभग 5.75 लाख मि0 टन है, जिसमें से 5.33 लाख मि0टन कूड़े का निस्तारण किया जा चुका है। अवशेष 42000 टन कूड़े का निस्तारण माह जून 2024 तक पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने 300 टन/प्रति प्रोजेक्ट कन्टस्ट्रशन वेस्ट जनित करने वाली इकाईयों के चिन्हीकरण के निर्देश नगर निगम व प्रदूषण बोर्ड को दिये। उन्होंने ई-वेस्ट का निस्तारण करने वाली एजेन्सी निजी है अथवा सरकारी या अर्द्धसरकारी, एजेन्सी के सत्यापन के निर्देश दिये। साथ एजेन्सी के माध्यम से कार्यालयों में जनित ई-वेस्ट के निस्तारण किये जाने हेतु आवश्यक प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश दिये और जिन ईंट भट्टों द्वारा अपनी चिमनी को जिंग जैग चिमनी में परिवर्तित नहीं किया जा रहा है उनको नोटिस देकर बंद कराया जाये। निर्देश दिये गये कि रामगंगा नदी में फ्ल्ड प्लेन एरिया का निर्धारण माह मार्च 2025 तक पूर्ण कर लिया जाये तथा इसमें रामगंगा नदी के किनारे की ग्राम पंचायतों में नदी की चौड़ाई के अनुसार वृक्षारोपण हेतु भूमि चिन्हांकन के निर्देश बाढ़ खण्ड को दिये। औद्योगिक इकाईयों से हो रहे वायु प्रदूषण की रोकथाम एवं ए0क्यू0आई0 के निर्धारण हेतु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को अभी से औद्योगिक इकाईयों के निरीक्षण के निर्देश निर्गत किये जायें, जिससे कि शरद ऋतु में ए0क्यू0आई0 खराब स्थिति न पहुंचने पाये। इसी क्रम में सुपीरियर इण्डस्ट्रीज द्वारा सी0बी0 गंज वन क्षेत्र में गंदा पानी छोड़े जाने पर उक्त इकाई को नोटिस जारी किये जाने के निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी ने जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक में निर्देश दिये कि वर्ष-2023 रोपण के अन्तर्गत जिन विभागों की सत्यापन रिपोर्ट में पौधों की जीवितता 80 प्रतिशत से कम है वे विभाग एवं उनके सत्यापन अधिकारी संयुक्त रूप से एक बार पुनः स्थलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसके अतिरिक्त वर्ष-2024 रोपण हेतु अभी तक 13 विभागों द्वारा ही स्थल चयन कर कार्ययोजना प्रस्तुत की गयी है। जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि समस्त विभाग 25 मई 2024 तक कार्ययोजना प्रस्तुत कर दें तथा स्थलवार गड्ढा खुदान का कार्य 31 मई 2024 तक पूर्ण कर लिया जाये और रिपोर्ट प्रभागीय कार्यालय में प्रस्तुत कर दी जाये।
जिला गंगा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये आदर्श आचार संहिता के बाद वृक्षारोपण लक्ष्यों के अनुसार बडे़-बडे़ विभागों के माध्यम से गंगा महाआरती का आयोजन रामगंगा नदी के चौबारी घाट पर की जायेगी। उन्होंने अर्थ गंगा के संदर्भ में क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी को निर्देशित किया वे रामगंगा नदी के स्ट्रेच में ऐसे स्थान का चिन्हीकरण करें, जिसमें पौधारोपण, बर्ड वॉचिंग, बोटिंग आदि गतिविधियां करायी जा सके। इस कार्य हेतु वन विभाग का सहयोग लिया जाये। इसके अतिरिक्त ऑर्गेनिक फार्मिंग व वर्मी कम्पोस्ट के प्रयोग हेतु रामगंगा नदी के किनारे स्थिति ग्राम पंचायतों को जागरूक किया जाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश, प्रभागीय वनाधिकारी दीक्षा भण्डारी, जिला पंचायत राज अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार, जिला विकास अधिकारी दिनेश कुमार यादव, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण तेजवंत सिंह, जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक, क्षेत्रीय अधिकारी उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, अधिशासी अभियंता प्रांतीय खण्ड, अधिशासी अभियंता बाढ़ खण्ड, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार, जिला पर्यावरण अभियंता, नगर निगम, उप कृषि निदेशक, पुलिस अधीक्षक यातायात, अधिशासी अभियंता जल निगम ग्रामीण, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी व नगर पालिका/पंचायत के अधिशासी अधिकारी सहित जनपद स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट