झटपट आराम देने वाली दवाओं से सावधान, होता है बड़ा नुकसान, सरकार ने इन दवाइयों को किया बैन
नई दिल्ली. क्या आप भी झटपट आराम के लिए एफडीसी कॉम्बिनेशन की दवाओं का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि इन दवाओं का सेहत पर बेहद बुरा असर पड़ता है. इसी को देखते हुए भारत सरकार ने तुरंत आराम देने वाली इन दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है. अब आपके मन में सवाल उठ रहे होंगे कि ये दवाएं कौन सी हैं, क्या होती है एफडीसी कॉन्बिनेशन? तो यहां हम आपके सारे सवालों का जवाब दे रहे हैं.
केंद्र सरकार ने विशेषज्ञ समिति की सलाह पर 14 फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन दवाओं पर रोक लगा दी है. ये दवाएं अब बाजार में नहीं मिलेंगी. इनमें कई दवाएं ऐसी हैं, जो फटाफट आराम तो देती हैं, लेकिन इनसे लोगों को नुकसान भी होता है. इन दवाओं में दो या दो से अधिक दवाओं के मिश्रण होते हैं.
फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन ऐसी दवाएं होती हैं, जो दो या दो से अधिक दवाओं के संयोजन से तैयार होती है. इन्हें ‘कॉकटेल मेडिसिन’ भी कहा जाता है. एफडीसी दवा को लेकर अक्सर बहस भी होती रही है कि ऐसे कॉम्बिनेशन बनाए जाने चाहिए या नहीं.
सामान्य संक्रमण जैसे सर्दी-खांसी, कफ, बुखार को ठीक करने वाली निमोसुलाइड और पैरासिटामोल टैबलेट के अलावा क्लोफेनिरामाइन मेलेट और कोडाइन सिरप का कॉम्बिनेशन, फोल्कोडाइन और प्रोमेथाजाइन, एमोक्सोलिन और ब्रोहेक्साइन पर प्रतिबंध लगाया गया है.
इनके अलावा ब्रोहेक्साइन और डेक्सट्रोमेथोरफैन और अमोनियम क्लोराइड और मेंथोल, पैरासिटामोल और ब्रोहेक्साइन और फेनाइलेफराइन और क्लोरफेनिरामाइन और गुइफेंसिन और सैलबुटामोल और ब्रोहेक्साइन के कॉम्बिनेशन वाली दवा भी शामिल हैं.
ऐसी हर दवा के ऊपर उसका फार्मेशन यानी जेनेरिक नाम लिखा होता है. इसमें साफतौर पर बताया जाता है कि इन दवाओं के सॉल्ट का मिश्रण क्या है. ऐसे में दवा खरीदते समय इसके ऊपर लिखे कॉम्बिनेशन को जरूर देख लेना चाहिए.