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टाइटैनिक का मलबा देखने गई पनडुब्बी गहरे समुद्र में लापता, क्या है टाइटैनिक टूरिज्म, जिसके लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रहे लोग?

कनाडा के न्यूफाउंडलैंड के करीब टाइटैनिक का मलबा दिखाने के लिए गई सबमरीन चर्चा में है. कंपनी ओशनगेट एक्सपेडिशन्स के संचालन में पनडुब्बी समुद्र के नीचे गोता लगाकर मलबा देखने गई थी, लेकिन लगभग डेढ़ घंटों के बाद उसका संपर्क टूट गया. बचाव अभियान में जुटे लोगों का कहना है कि हर घंटे के साथ खतरा बढ़ रहा है क्योंकि वैसल में उतनी ही ऑक्सीजन बाकी है, जितनी गुरुवार रात तक चल जाए.

पनडुब्बी में सारे के सारे ऐसे लोग सवार हैं, जो अरबपति हैं या ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं. वे सभी टाइटैनिक टूरिज्म का हिस्सा बनने के लिए गहरे समंदर में गए थे. टाइटन नाम की पनडुब्बी समुद्र में 13 हजार फीट का गोता लगाकर उस जगह पहुंचती है, जहां साल 1912 में टाइटैनिक नाम का जहाज डूबा था.

इस जहाज के बारे में माना जा रहा था कि वो अनसिंकेबल रहेगा, यानी कभी नहीं डूबेगा. खूब जोरशोर से इसका विज्ञापन हुआ. लेकिन अपनी पहली ही यात्रा के दौरान जहाज एक आइसबर्ग से टकराया और एक साथ 15 सौ से ज्यादा लोगों की जान चली गई. सालों तक टाइटैनिक के डूबने पर बात होती रही, फिर चैप्टर बंद हो गया.

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