दिल्ली केस में 8 दिन पुलिस हर जगह मुस्तैद दिखी, जैसे ही ड्यूटी हटी-नई दुर्घटना घटी, अंजलि के घर…
नई दिल्ली. सुल्तानपुरी इलाके में 31 दिसंबर की रात 20 वर्षीय रेखा उर्फ अंजलि की स्कूटी को कार से टक्कर मारने के बाद उसके नग्न शरीर को करीब 12 किलोमीटर तक घसीटने के मामला पेंचीदा होता जा रहा है। इस मामले में अंजिल की सहेली निधि लगातार शक के दायरे में आती जा रही है। अब एक नया कांड हुआ है। अंजलि के घर में चोरी हुई है।
1. कंझावला मामले में कथित तौर पर मृतका अंजलि के घर चोरी हुई है। अंजलि के परिवारजन अनु ने कहा, “पड़ोसियों ने उन्हें चोरी के बारे में बताया था। यह निधि की साजिश है। वह पकड़े जाने के डर से अपना सामान हमारे घर में रखवाना चाह रही है। पुलिस 8 दिन से हर जगह थी, लेकिन कल ही क्यों नहीं थी?”
2. अंजलि सिंह के परिजनों ने उसकी सहेली निधि पर कई सवाल उठाए हैं। उनका दावा है कि अंजलि को साजिशन मारा गया है। दरअसल, पहले आरोपी कहते आए थे कि उन्हें नहीं मालूम था कि कार के पहिये में अंजिल फंसी हुइ है, लेकिन बाद में उन्होंने कबूल किया कि उन्हें इस बारे में पता था। उन्हें गाड़ी रोकने पर पकड़े जाने का डर था, इसलिए नहीं रोकी।
3. आरोपियों के नए कबूलनामे के बाद अंजिल के परिजन उनके खिलाफ मर्डर का केस दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। अंजलि के परिजनों ने निधि पर भी शक जाहिर किया है।
4. निधि के बारे में सबसे बड़ा खुलासा यह हुआ है कि उसे दिसंबर, 2022 में गांजा तस्करी के इल्जाम में पकड़ा गया था। आगरा जीआरपी ने उसे 30 किलो गांजे के साथ पकड़ा था। उसके साथ दो और लोग भी थे। उसे यह गांजा सप्लाई करने की जिम्मेदारी दीपक नामक युवक ने दी थी। अंजलि की जान लेने वाले आरोपियों में भी एक का नाम दीपक है। पुलिस पता कर रही है कि ये दीपक वही तो नहीं है?
5. हालांकि इस बीच पुलिस की ढीली जांच के चलते सातवें आरोपी अंकुश को रोहिणी कोर्ट 20 हजार के निजी मुलचले पर जमानत दे चुकी है।
6. पुलिस ने कहा कि आरोपियों को पता था कि अगर उन्होंने कार रोकी और महिला को बचाया तो उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।
7. पुलिस के मुताबिक, आरोपी बेहद डरे हुए थे, जिसके चलते वे तब तक गाड़ी चलाते रहे, जब तक कि महिला का शव खुद ब खुद गिर नहीं गया। इससे पहले, आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि कार के अंदर तेज संगीत बज रहा था, इसलिए उन्होंने शव को नहीं देखा और जब उन्हें पता चला कि क्या हुआ है, तो वे मौके से भाग गए। लेकिन अब उन्होंने कबूल किया है कि यह सब झूठ था।
8. इससे पहले खुलासा हुआ था कि अंजलि का 6 महीने पहले भी एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें वो मरते-मरते बची थी। वहीं, उसका 2 साल पहले ब्रेकअप हुआ था। इसके अलावा घटना वाली रात अंजलि और उसकी दोस्त निधि का पैसों को लेकर होटल में झगड़ा भी हुआ था।
9. कंझावला एक्सीडेंट मामले में आरोपियों को बचाने वाले दो संदिग्धों में से एक को शुक्रवार(6 जनवरी) को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दूसरे ने सरेंडर कर दिया था।
10.पुलिस इस मामले में दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। बाद में पुलिस ने आशुतोष और अंकुश खन्ना को पकड़ा। इन पर आरोपियों को बचाने का आरोप है।