दुनिया की सबसे शक्तिशाली परमाणु मिसाइल तैनात करेगा रूस, पुतिन के ऐलान से यूरोप में दहशत
मॉस्को: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध क एक साल पूरा होने पर दुनिया की सबसे शक्तिशाली परमाणु मिसाइल को तैनात करने का ऐलान किया है। पुतिन ने कहा है कि इस साल के अंत तक हम सरमत मिसाइल को रूसी सेना में तैनात कर देंगे। उनके इस ऐलान से पश्चिमी देशों में परमाणु युद्ध की दहशत और ज्यादा बढ़ गई है। RS-28 सरमत लिक्विड फ्यूल से चलने वाली रूस की सबसे ताकतवर मिसाइलों में से एक है। पश्चिमी विश्लेषकों ने इस मिसाइल को शैतान-2 का नाम दिया है। पुतिन ने 2018 में पहली बार इस मिसाइल को दुनिया के सामने पेश किया था।
पुतिन ने क्रेमलिन से जारी वीडियो संदेश में कहा कि “हम पहले की तरह न्यूक्लियर ट्रायड को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। इस साल सरमत मिसाइल सिस्टम के पहले लॉन्चर को युद्धक ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा। उन्होंने सोवियत काल में लाल सेना दिवस के रूप में प्रसिद्ध डिफेंडर ऑफ द फादरलैंड डे के अवसर पर रूसी नागरिकों को बधाई भी दी। पिछले जून में, पुतिन ने भी कहा था कि मिसाइल को 2022 के अंत तक तैनात किया जाएगा। यूक्रेन पर आक्रमण का आदेश देने के एक साल बाद, पुतिन ने संकेत दिया है कि वह परमाणु हथियारों के नियंत्रण को मुक्त करने की प्रक्रिया तेज कर रहे हैं। इसमें परमाणु परीक्षण को फिर से शुरू करने की बात भी शामिल है। उनका कहना है कि अगर पश्चिमी शक्तियां यूक्रेन के समर्थन से पीछे नहीं हटती हैं तो रूस अपने परमाणु कार्यक्रम को और ज्यादा तेज करेगा।
गुरुवार को अपने संबोधन में पुतिन ने यह भी कहा कि रूस हवा से चलने वाली हाइपरसोनिक किंजल मिसाइल सिस्टम का बड़े पैमाने पर उत्पादन जारी रखेगा और जिरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइलों की बड़े पैमाने पर आपूर्ति शुरू करेगा। यह रूस की दो सबसे शक्तिशाली मिसाइले हैं, जिन्हें दुनिया की सबसे तेज मिसाइलों में गिना जाता है। अमेरिका के पास कोई भी ऐसा एयर डिफेंस नहीं है, जो रूस की इन दोनों मिसाइलों को रोक सके। पुतिन ने यह भी कहा कि रूसी नौसेना बोरेई-ए क्लास की परमाणु शक्ति संचालित पनडुब्बी परियोजना अलेक्जेंडर III को अपनाने के लिए तैयार है। रूसी नौसेना की शक्ति बढ़ाने के लिए इस परियोजना के तीन और क्रूजर को शामिल किया जाएगा।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका का दावा है कि रूस ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के यूक्रेन दौरे से ठीक पहले सरमत मिसाइल का परीक्षण किया था, हालांकि वह विफल रहा। रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस रिपोर्ट पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। सरमत 35 मीटर लंबी मिसाइल है। पुतिन का दावा है कि यह मिसाइल रूस के दुश्मनों को दो बार सोचने पर मजबूर कर देगी। सरमत मिसाइल की रेंज 18000 किलोमीटर है। सरमत मिसाइल में 10 परमाणु वॉरहेड तैनात किए जा सकते हैं, जो दुश्मन के अलग-अलग ठिकानों को निशाना बनाने में सक्षम है। सरमत मिसाइल रूस के हाइपरसोनिक एवांगार्ड ग्लाइड व्हीकल को भी ले जा सकता है। यह व्हीकल हाइपरसोनिक स्पीड से यात्रा कर सकता है और मिसाइल डिफेंस को धोखा देने के लिए अप्रत्याशित मार्ग में उड़ान भर सकता है।