धूमधाम से मनाया गया ईद मिलादुन्नबी का त्यौहार
जश्न के तौर पर मना हज़रत मोहम्मद मुस्तफा का जन्मदिन
सीतापुर। इस्लाम धर्म के आखिरी पैगम्बर हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैह वसल्लम का जन्मदिन 12 रबी अव्वल के मौके पर धूमधाम से मनाया गया। शहर में अलग अलग अंजुमनों ने जुलूस निकालकर अपने पैगम्बर की शान में नारे लगाये तो लाउडस्पीकर पर मनकबत बजाकर नबी के आला मुकाम को शिद्दत से याद किया।
इस्लाम मजहब के आखिरी पैगम्बर हज़रत मोहम्मद मुस्तफा के जन्मदिन 12 रबी अव्वल को ईद मिलादुन्नबी के तौर पर मनाया जाता है। इस्लाम मजहब के लोग इस दिन को बेपनाह खुशियों के दिन के साथ मनाते हैं। अंधकार को दूर करने के इरादे से एक दिन पहले से रोशनी कर दी जाती है जिसके चलते मदरसों और घरों के अलावा सार्वजनिक स्थानों पर भी खूब झालरे और लाइट सज़ा दी जाती है। पेपर बेल से सड़कों को सज़ा दिया गया था और कई चौराहों पर गेट बनाये गये थे।
इन्हीं सब तैयारियों के बीच दोपहर बाद अंजुमनों ने अपने जुलूस निकालने शुरू कर दिये। कोट चौराहे पर वाहनों का लम्बा काफिला इकट्ठा हो गया जिन्हें व्यवस्थित करने के बाद सड़को पर रवाना किया गया। मेरे नबी की क्या पहचान, बच्चा-बच्चा है कुर्बान जैसे नारे हवा में गूंज रहे थे।
इस दौरान कोतवाली पुलिस और यातायात पुलिस ने भी व्यवस्था को बेहतर बनाने में भरपूर सहयोग किया जिससे पूरा कार्यक्रम बिना किसी बाधा या विवाद के निर्विघ्न रूप से सम्पन्न हो गया।