नूंह और गुरुग्राम के बाद लगभग 5,000 मुस्लिम विक्रेताओं ने छोड़ा शहर, हॉकर्स एसोसिएशन का आरोप
हरियाणा के नूंह, सोहना और गुरुग्राम में 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक हिंसा का असर कारोबार पर साफ देखा जा सकता है। गुरुग्राम शहर में फेरीवालों के संघ का अनुमान है कि प्रमुख बाजारों और सड़कों पर फल, सब्जियां, फास्ट फूड और अन्य सामान बेचने वाले मुस्लिम समुदाय के कम से कम 5,000 स्ट्रीट वेंडरों ने या तो गुरुग्राम छोड़ दिया है या अपना व्यवसाय बंद कर दिया है।
हॉकर्स एसोसिएशन ने सोहना, बादशाहपुर और सेक्टर 70ए में हुई हिंसा के बारे में बताते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय के अधिकांश विक्रेता उत्तर प्रदेश के मेरठ, अलीगढ़, बिजनौर, मुरादाबाद, मैनपुरी, मुजफ्फरनगर, इटावा और नूंह जिले जैसे स्थानों से हैं, और उनमें से अधिकांश कथित धमकियों और छिटपुट कृत्यों के कारण अपने गृहनगर लौट आए हैं।
डर के बीच अपना व्यवसाय जारी रखने वाले कुछ विक्रेताओं ने कहा कि धमकियों और हिंसक हमलों के डर से अधिकांश मुस्लिम विक्रेता दिल्ली और नोएडा, जहां उनके रिश्तेदार रहते हैं, या पड़ोसी राज्यों में उनके गांवों में पलायन कर गए हैं।
हिन्दुस्तान से साभार