परीक्षा में चार अभ्यर्थियों के समान अंक, फिर कैसे नीट टॉपर बनीं तनिष्का? जानें इस नियम को
नई दिल्ली. करीब 02 महीने के लंबे इंतजार के बाद बुधवार 07 सितंबर की रात एनटीए ने NEET UG 2022 के परिणाम को जारी कर दिया है। परिणाम के जारी होते ही करीब 18 लाख छात्रों को राहत मिल गई है। लंबे समय से छात्र सोशल मीडिया पर अपने परिणाम को जारी करने की मांग कर रहे थे। परिणाम ऑनलाइन माध्यम से उपलब्ध है। जो भी उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल हुए थे, वे अपने परिणाम को अब आधिकारिक वेबसाइइट neet.nta.nic.in पर जाकर चेक और डाउनलोड कर सकते हैं।
राजस्थान राज्य की तनिष्का ने नीट यूजी, 2022 परीक्षा में आल इंडिया रैंक-1 प्राप्त की है। हालांकि, दूसरे रैंक के वत्स आशीष बत्रा, तीसरी रैंक पाने वाले कर्नाटक के हृषिकेश नागभूषण गांगुली और चोथी रैंक पाने वाले कर्नाटक से ही रुचि पावाशे ने भी 99.9997733 पर्सेंटाइल स्कोर हासिल किया है। अब सवाल उठता है कि जब सभी के अंक समान थे, तो तनिष्का को ही टॉपर क्यों घोषित किया गया है। आइए समझते हैं इसका कारण।
नीट यूजी 2022 परीक्षा में समान अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों के लिए टाई-ब्रेकिंग नियम का अनुसरण किया गया है। नीट परीक्षा में दो या दो से अधिक उम्मीदवारों के समान अंक प्राप्त करने के मामले में यह टाई-ब्रेकिंग नियम लागू होता है। आइए जानते हैं कैसे प्रयोग होता है यह नियम-:
मेडिकल काउंसलिंग कमेटी यानी की एमसीसी की ओर से सबसे पहले मेडिकल कॉलेजों के अखिल भारतीय कोटा की 15 फीसदी सीटों के लिए काउंसलिंग आयोजित की जाएगी। कुल चार राउंड में काउंसलिंग कराई जाएगी। ये हैं- राउंड-1, राउंड-2, स्ट्रे वैकेंसी और मॉपअप राउंड। अब तक काउंसलिंग का आधिकारिक शेड्यूल नहीं जारी किया गया है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि काउंसलिंग सितंबर और अक्तूबर महीने में ही आयोजित की जाएगी। उम्मीदवार किसी भी नई जानकारी या अपडेट के लिए MCC की आधिकारिक वेबसाइट www.mcc.nic.in पर नजर बना कर रखें।