पश्चिम यूपी में मौसम ने ली करवट, सुबह छाया था घना कोहरा, लाइट जलाकर निकले वाहन
लखनऊ: लखनऊ सहित कई जिलों में जहां सुबह से तेज धूप निकली है वहीं पश्चिमी यूपी के बदायूं, शाहजहांपुर में बदल डेरा डाले हुए हैं। सुबह तो घना कोहरा छाया था। वाहनों को लाइट जलाकर निकलाना पड़ा। वहीं अन्य हिस्सों में धूप और बादलों की लुकाछिपी जारी है।
शाहजहांपुर में मौसम बदला, छाया कोहरा
रुहेलखंड समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से मानसून की विदाई के साथ कोहरे छाने लगा है। बुधवार सुबह गंगा, रामगंगा समेत नमी वाले क्षेत्रों में मौसम का परिदृश्य बदला नजर आया। कोहरे की तरह की धुंध छाई रही। सघनता की वजह से सुबह साढ़े सात बजे वाहनों की लाइट जलाकर सफर तय करना पड़ा। राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा. अतुल सिंह ने बदले परिदृश्य को मानसून विदाई का संकेत बताया है।
बदायूं में सुबह छाया रहा कोहरा, तापमान में आई गिरावट
बदायूं में भी मौसम का मिजाज बदल गया है। बुधवार सुबह कोहरा छाया रहा। आठ बजे तक हाईवे पर लाइट जलाकर वाहन निकल रहे थे। रेलवे स्टेशन के करीब से भी पटरी नहीं दिखाई दे रही थी। तापमान में भी गिरावट आई है। मौसम में आए बदलाव को सर्दी का सीजन शुरू होने का संकेत माना जा रहा है।
रुहेलखंड समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से मानसून की विदाई के साथ कोहरे ने दस्तक दे दी है। बुधवार को गंगा, रामगंगा समेत नमी वाले क्षेत्रों में मौसम का परिदृश्य बदला नजर आया। कोहरे की तरह की धुंध छाई रही। सघनता की वजह से सुबह साढ़े सात बजे वाहनों की लाइट जलाकर सफर तय करना पड़ा। यहीस्थिति गंगा, रामगंगा क्षेत्र में
मंगलवार की शाम थी वायुमंडल की नमी भी 58 प्रतिशत दर्ज हुई। राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा. अतुल सिंह ने बदले परिदृश्य को मानसून विदाई का संकेत बताया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के ऊपर निचले क्षोभ मंडल में बने प्रतिचक्रवात के प्रभाव से सप्ताह भर से वर्षा बंद है। वायुमंडलीय नमी में प्रभावी कमी दर्ज हो रही है।
नतीजतन दक्षिण-पश्चिम मानसून (जिसने 29 सितम्बर से प्रदेश के पश्चिमी भाग से खिसकना आरम्भ किया था) तीन अक्टूबर को और पीछे खिसक गया है। इसके प्रभाव से शाहजहांपुर समेत पश्चिम उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों (बुंदेलखंड के कुछ भागों को छोड़कर) से मानसून विदा हो गया है। उन्होंने बताया प्रदेश में मानसून की विदाई रेखा पीलीभीत से उरई होते हुए गुजर रही है।
प्रदेश के शेष पश्चिमी भाग एवं संलग्न मध्यवर्ती एवं पूर्वी हिस्सों से आगामी दो तीन दिनों के दौरान मानसून की विदाई के लिए परिस्थितियां अनुकूल बन रही हैं। मौसम बदलाव के साथ ही कोहरे जैसी स्थिति बनने लगी है। उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद के मौसम विज्ञानी डा. मनमोहन सिंह ने कहा कि रुहेलखंड समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से मानसून की विदा होने के साथ सर्दी की शुरुआत हो गई है।